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1/3/22

12 से 15 साल तक बच्चों के लिए आ गया है टीका जिसका नाम है Corbevax जिसे DCGI के द्वारा मंजूरी दे दी गयी है

 बच्चों के लिए खुशखबरी - खुश खबरी


ड्रग्स कंट्रोलर ऑफ इंडिया डीसीजीआई (D.C.G.I) ने 12 साल से लेकर 18 साल तक के बच्चों के लिए बायो लॉजिकल का कोरोनावायरस टीका जिसका नाम को कोर्बेवैक्स  ( "Corbevax" )है को मंजूरी दे दी  है.


आपको बता दें इस टीके को अभी सिर्फ आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है क्योंकि सरकार ने अभी तक 15 साल से नीचे के बच्चों को टीका लगाने के मामले में कोई भी फैसला नहीं लिया  है.





देश में ही पूर्ण रूप से विकसित टीका देश का प्रथम आरबीडी प्रोटीन सब यूनिट टीका है. जिसे मांस के रास्ते से ही लगाया जाता है इसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल में लगानी होगी. 


अभी हाल ही में सरकार के द्वारा टीका न  लगाने वालों को भी एक खुशखबरी दी थी जो लोग सुई के माध्यम से टीका लगाने में असमर्थ है उनके लिए भी ग्लेनमार्क कंपनी ने नाक में स्प्रे करने का नोजल स्प्रे तैयार किया है, जो कोरोनावायरस के किसी भी वैरियेंट से लड़ने में सक्षम है। ग्लेनमार्क के इस नोजल स्प्रे के टीके के बारे में आप विस्तार से इस लेख के माध्यम से पढ़ सकते है।



आपको बता दें हमारे भारत देश ने 100 करोड़ के टीकाकरण का आंकड़ा पार कर लिया है और देश शत-प्रतिशत टीकाकरण की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। इसी बीच सरकार ने बच्चों का टीका भी जारी कर दिया और बच्चों के टीकाकरण का कार्यक्रम भी बहुत तेजी से चल रहा है देश में अब कोरोना के मरीजों की संख्या में बहुत तेजी से कमी आ रही है और देश पहले की स्थिति में वापस आने का प्रयास कर रहा है प्रतिदिन के आंकड़ों पर देखा जाए तो अब इतनी संख्या में कोरोना वायरस के मरीज नहीं आ रहे हैं जितने पूर्व में आया करते थे.


कोर्बेवैक्स टीका जिसे जिसे सितंबर में ही तीसरे चरण की क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिली थी और आज डीजीसीआई ने इसे आपात स्थिति में प्रयोग करने की मंजूरी भी दे दी है जो कि इस दिशा में एक बेहतरीन कदम है।


बताते चलें हमारे वैज्ञानिकों तथा डॉक्टरों ने दिन रात मेहनत करके सिर्फ साल भर के अंदर ही कोरोना की वैक्सीन बनाकर इतिहास रच दिया था स्वदेशी टीका कोवैक्सीन और  कोविशील्ड वही वैक्सीन है जो कई भारतीयों को लगी है और उसके काफी अच्छे परिणाम हमें देखने को मिले हैं इस वैक्सीनेशन टीकाकरण की वजह से ही देश में मृत्यु दर में बहुत तेजी से गिरावट आयी है।

उक्त वैक्सीन को तीसरे ट्रॉयल के बाद आकस्मिकता की स्थिति में प्रयोग करने की अनुमति दी गयी है, उक्त वैक्सीन का परीक्षण करते समय किसी भी प्रकार के दुष्परिणाम देखने को नही मिले है, उक्त वैक्सीन भी बच्चों के लिए अत्यन्त कारगर साबित होने वाली है।

आपको बता कोई भी वैक्सीन सरकार कई परीक्षणों के बाद ही बाजार में आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाती है, जिसका किसी भी प्रकार का दुष्परिणाम देखने को न मिलें।

भारत सरकार का यह एक और बेहतरीन कदम साबित होने वाला है।



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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम गोविन्द भण्डारी है मेरी उम्र 35 वर्ष है। अंग्रेजी तथा समाजशास्त्र से एम.ए (परास्नातक) करने के बाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य सेवा में कार्यरत हूँ। मुझे कम्प्यूटर पर कार्य करना सबसे ज्यादा पसन्द है और मैं अपने समय का 30 प्रतिशत से भी ज्यादा समय कम्प्यूटर पर डिजाइनिंग, सर्फिंग, और अन्य रोचक जानकारियों को इकट्ठा करने में ही बिताता हूँ। मुझे ब्लॉग लिखना, नेट सर्फिंग करना, फोटोग्राफी करना, किताबें पढ़ना, रोचक जानकारियों को इकट्ठा करना, घूमना, बहुत ज्यादा पसन्द है। उक्त के अलावा मुझे टेक्नोलॉजी से जुड़ी और हर प्रकार की जानकारी रखना, सीखना पसन्द करता हूँ। उक्त के अलावा माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, पावर पाइंट प्रेजेंटेशन डिजाइनिंग, और मोबाइल एवं कम्प्यूटर के टिप्स एवं ट्रिक्स के बारे में भी सभी जानकारियों को सीखना मुझे पसन्द है। आशा करता हूँ कम शब्दों में दी गयी मेरे बारे में जानकारी आपकों पसन्द आयी होगी।

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