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9/11/21

What are the benefits and features of the new Parliament House you should know?

क्यों जरूरत पड़ी नये संसद भवन की ?


                          भारत में बनने वाले नये संसद भवन को बनाने के पीछे कई कारण भी है, क्योंकि पुराना संसद भवन (Parliament) काफी पुराना हो चुका है और समय के हिसाब से इसमें भी बदलाव जरूरी थे, जिसके कारण इस प्रोजेक्ट को बनाने का कॉन्सेप्ट आया।

What are the benefits and features of the new Parliament House you should know?



बात करते है इसके लाभ (Advantages) की:

कि क्यों इस प्रोजेक्ट को बनाया जा रहा है,और क्या लाभ होगें इस प्रोजेक्ट के।


भारत की राजधानी नई दिल्ली में बनने वाले "Central Vista" प्रोजेक्ट के अर्न्तगत नए पार्लियामेंट (संसद भवन) को बनाने के पीछे कई कारण भी है.

 

जिसमें महत्वपूर्ण कारण है:-


1. पुराने संसद भवन की उम्र 100 वर्ष से भी अधिक हो गई है, और कई जगह से इसके निर्माण की जरूरत पड़ती रहती थी, इस कारण इसके निर्माण की आवश्यकता महसूस हुई।


2. नए संसद भवन के बनने से इसकी सुरक्षा को और भी बेहतर किया जा रहा है, जो कि सुरक्षा की दृष्टि से बहुत आवश्यक भी है। हम संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले को कभी भूल नही सकते है। नया संसद भवन सुरक्षा के लिहाज से पुराने संसद भवन की अपेक्षा अधिक बेहतर होगा।


3. भारत देश जो कि दुनिया में आबादी के हिसाब से दूसरे स्थान पर है, और इतनी बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद सदस्य होते हैं, जो देश के कोने-कोने का प्रतिनिधित्व भी करते हैं, भविष्य में संसद सदस्यों की संख्या में विस्तार होने की प्रबल संभावना है, और पुराने संसद भवन में और अधिक सांसदों के बैठने की समुचित व्यवस्था नही है, जिसके कारण नये संसद भवन के निर्माण की आधारशिला रखी गयी है।


4. नया संसद भवन पर्यावरण के अनुरूप बनाया जा रहा है, जो काफी बड़े क्षेत्रफल में होगा।


आइये जानते हैं कैसी होगी इसकी सुरक्षा ?:-

                                      

1- इसकी सुरक्षा यहां पर बेहतरीन प्रशिक्षित पीडीजी (पॉर्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप)"Parliament Duty Group" के युवा जवान करेंगें, ये सिर्फ 4 वर्षो के लिए ही सेना से आते है तथा विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करके संसद की सुरक्षा का जिम्मा संभालते है, फिर पुनः अपनी बटालियन में वापस चले जाते है, इस ग्रुप का गठन का 2001 में संसद पर हुये आतंकवादी हमले के बाद किया गया था।


2-  सुरक्षा की इस टुकड़ी में बेहतरीन Telescope Snipper Shooter भी होते हैं, जो देखते ही सेकेन्डों में आंतवादियों को गहरी नींद में सुला सकते हैं, इसके अलावा इनकी टीम के पास आधुनिक पिस्टल/इंसास राइफल, थर्मल कैमरा आदि आधुनिक उपकरण होते हैं। जो किसी भी प्रकार की संदिग्ध घटना से निपटने के लिए तैयार रहते हैं।


3-  नई संसद भवन के कोने-कोने में उच्च क्षमता के कैमरें लगें हुए है, मुख्य प्रवेश द्वार पर इन कैमरों के द्वारा गाड़ी तथा गाड़ी के अन्दर बैठे व्यक्ति की Identity को चेक कर लिया जायेगा, उक्त के अलावा पूरी गाड़ी भी गेट पर ही Scanned हो जायेगी, और ये सारा काम बेहतरीन Software की मदद से आसानी से हो जायेगा।


4-  नए संसद भवन की सुरक्षा कई लेयर में होगी, और ये इमारत सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करेंगी, तथा इसकी सुरक्षा को भेदना बिल्कुल भी आसान नही होगा।


5-  सुरक्षा के लिहाज जब सभी मुद्दों पर बात कर ली गयी, परन्तु प्राकृतिक आपदाएं जिनसे कोई बच नही पाता, उससे इसकी सुरक्षा कैसे होगी, तो इसका भी पूरा इंतजाम यहां पर किया गया है, नए संसद भवन पर किसी भी प्रकार के भूकंप का कोई असर नही होगा, इसे इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि इस छोटे मोटे भूकम्पों का असर भी नही होगा। ये इमारत पूरी तरह से भूकम्परोधी होगी।



  • कितनी क्षमता है नये संसद भवन की?:-


पुराने संसद भवन में लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था थी, जो नाकाफी थी, परन्तु भविष्य में लोकसभा की सीटों के विस्तार को देखते हुए यहां पर दोनों सदनों को मिलाकर 1272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। जिसमें 888 लोकसभा के सदस्य और 384 राज्यसभा के सदस्यों की व्यवस्था होगी।

नये संसद भवन का क्षेत्रफल भी 64500 वर्गमीटर है जो पूर्व संसद भवन से 17000 वर्ग से भी बड़ा है, इतने विशाल संसद भवन की सुरक्षा भी अद्भुत होगी।


नये संसद भवन का निर्माण संभवतः 2022 तक तथा पूरे सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का निर्माण 2024 तक किये जाने का प्रस्ताव है, जिस पर दिन रात तेजी से काम चल रहा है, और आने वाले समय में हमारे देश का नया संसद भवन अपने आप एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करेगा, ये इमारत पर्यटन के दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए एक समय के साथ परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है, और ये परिवर्तन भी हमारी आने वाली पीढ़ियों को काफी कुछ सीखने का मौका प्रदान करेंगी।

"नये संसद भवन के निर्माण से एक नये भारत का भी निर्माण होगा।"


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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम गोविन्द भण्डारी है मेरी उम्र 35 वर्ष है। अंग्रेजी तथा समाजशास्त्र से एम.ए (परास्नातक) करने के बाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य सेवा में कार्यरत हूँ। मुझे कम्प्यूटर पर कार्य करना सबसे ज्यादा पसन्द है और मैं अपने समय का 30 प्रतिशत से भी ज्यादा समय कम्प्यूटर पर डिजाइनिंग, सर्फिंग, और अन्य रोचक जानकारियों को इकट्ठा करने में ही बिताता हूँ। मुझे ब्लॉग लिखना, नेट सर्फिंग करना, फोटोग्राफी करना, किताबें पढ़ना, रोचक जानकारियों को इकट्ठा करना, घूमना, बहुत ज्यादा पसन्द है। उक्त के अलावा मुझे टेक्नोलॉजी से जुड़ी और हर प्रकार की जानकारी रखना, सीखना पसन्द करता हूँ। उक्त के अलावा माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, पावर पाइंट प्रेजेंटेशन डिजाइनिंग, और मोबाइल एवं कम्प्यूटर के टिप्स एवं ट्रिक्स के बारे में भी सभी जानकारियों को सीखना मुझे पसन्द है। आशा करता हूँ कम शब्दों में दी गयी मेरे बारे में जानकारी आपकों पसन्द आयी होगी।

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