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31/8/21

How to withdraw money from ATM without debit card in Hindi, बिना डेबिट कार्ड से एटीएम से पैसा कैसे निकालते हैं?

क्या आप एटीएम मशीन से बिना डेबिट कार्ड के पैसा निकालना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिए है?


योनों भारतीय स्टेट बैंक का ऑनलाइन बैंकिंग यूज करने की सेवा का नाम है, और भारतीय स्टेट बैंक ने इसको नाम दिया है योनो, जो कि एक ऐसा एप्लीकेशन है जिसके माध्यम से आप किसी भी प्रकार का बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं। योनो एप्लीकेशन भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सन् को लाया गया, जो कि भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहकों के लिए बनाया गया।

आपको बता दे कि भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहकों की संख्या भारत में सबसे ज्यादा है, और ये इतना बड़ा उपक्रम है जो लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। 
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा योनो को लाने का उद्देश्य अपने ग्राहकों को बेहतरीन बैंकिंग सेवा उपलब्ध करवाना था। उन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु ही इस एप्लीकेशन को लाया गया, जो भारतीय स्टेट बैंक के सभी ग्राहकों के बीच काफी प्रसिद्ध पॉपुलर हो गया।

How to withdraw money from ATM without debit card in Hindi, बिना डेबिट कार्ड से एटीएम से पैसा कैसे निकालते हैं?


क्या है
YONO APPLICATION की विशेषता::?


भारतीय स्टेट बैंक की इंटरनेट बैंकिंग सुविधा का बहुत सारे ग्राहक प्रयोग करते हैं, इसमें उच्च वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग के लोग भी शामिल है, मध्यम वर्ग में शिक्षित वर्ग ही ऐसा था, जो इंटरनेट बैंकिग का प्रयोग करता था, ग्रामीण क्षेत्र के लोग बैंक जाकर ही अपनी वित्तीय कामों को करते थे।

2017 में जब YONO को लांच किया गया था, तब बहुत कम ही लोग इसका प्रयोग करते थे, परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया और लोगों का इस ओर रूझान बढ़ा, तो लोगों ने योनो को यूज करना प्रारम्भ किया। चूंकि इंटरनेट बैंकिंग हर व्यक्ति के बस की बात नही ळे क्योंकि इसको प्रयोग करने के लिए आपके पास क्मयूटर होना आवश्यक था, कंप्यूटर के साथ-साथ नेट की सुविधा का होना भी इसके लिए आवश्यक था,। इन सभी झंझटों को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने इसको समझते हुए इस एप्लीकेशन का ईजाद किया जिसको नाम दिया ’’YONO SBI’’

आइये कुछ इसकी विशेषताओं के बारे में जानने का प्रयास करते हैं

1. योनो एसबीआई काफी सुरक्षित ( Secured ) एप्लीकेशन है, जो आपको 2 Layer की सुरक्षा भी प्रदान करता है। जैसे ही आप YONO SBI को लांच करते हैं, तो आपको इसका INTERFACE कुछ ऐसा दिखायी देता है.

जैसा आप चित्र 1 में देख सकते हैं।
                           चित्र संख्या (1)

इसमें आपको तीन प्रकार के विकल्प दिखायी दे रहे हैं

पहला है लॉगिन जिस पर क्लिक करते ही ये आपसे आपका 6 अंको का MPIN मांगता है, उसको डालने पर ही आप अपने Yono अकाउन्ट में Login कर पाते हैं,

दूसरे विकल्प में आपको व्यू बैलैंस का विकल्प दिखायी देता है, इस पर टैप करते ही आपसे आपके MPIN के बारे में पूछा जाता है, इसमें आपको दो प्रकार के विकल्प दिखायी देते हैं, पहला अपने MPIN के माध्यम से बैलेन्स चेक करने का तथा दूसरा Biometric अथवा आपको अपने Thumb Impression के माध्यम से।

तथा तीसरे और अंतिम विकल्प में आपको क्विक पे का विकल्प दिखायी दे रहा है, जिस पर टैप करते ही आप उन सभी लोगों को पैसे भेज सकते है, जिनका आपने बैनिफिशियरी बना रखा है।


2- YONO SBI के माध्यम से आप आसानी से अपना M.M.I.D भी ज्ञात कर सकते हैं। M.M.I.D के माध्यम से आप किसी के माध्यम से आसानी से पैसा मंगवा सकते हैं, जिसके लिए आपको अपना बैंक में Registered Mobile number तथा M.M.I.D नम्बर जो 7 Digit का होता है, देना होता है।

अपना M.M.I.D ज्ञात करने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप को फॉलों करना है। सर्वप्रथम आपको Quick Links के Service Request पर टैप करना है, टैप करते ही Settings में जाना है, और सेटिंग्स में टैप करते ही सबसे ऊपर VIEW MMID पर पर क्लिक करते ही आपको 7 नम्बरों का एम.एम.आई.डी दिखायी पड़ जायेगा।

जैसा आप चित्र संख्या 2 में देख सकते हैं।
                            चित्र संख्या 2

          Quick Links > Service Request > Settings > View MMID 



चित्र संख्या 3

VIEW MMID पर क्लिक करते ही आपको अपना 7 अंकों का एम.एम.आई.डी नम्बर दिखायी पड़ जायेगा,जैसा आप चित्र संख्या 3 में देख सकते हैं।

जिसे आप किसी को भी देकर ऑनलाइन पैसा मंगवा सकते हैं।


3- यदि आप अपने YONO Application के माध्यम से Credit card का आवेदन करना चाहते हैं तो वो भी आसानी से कर सकते हैं, इसके लिए आपको बैंक के चक्कर भी लगाने की जरूरत नही हैं। आवेदन करते ही क्रेडिट कार्ड के प्रतिनिधि आपके आवास पर आकर आपसे जरूरी कागजात, वेतन प्रमाण पत्र तथा अन्य जरूरी प्रपत्र प्राप्त कर लेगें.


4- YONO के माध्यम से आप A.T.M मशीन पर जाकर आसानी से बिना अपना डेबिट कार्ड डाले भुगतान ले सकते हैं। आइये इस प्रक्रिया को समझ लेते हैं। एप्लीकेशन लांच करते ही आपको आपके सामने इस प्रकार का इंटरफेस दिखायी देता है,

जैसा आप चित्र संख्या 4 में देख सकते हैं।

चित्र संख्या 4 


उसके बाद आपको योनो कैश पर क्लिक करना है, योनो कैश पर क्लिक करते ही आप देख सकते है कि आपके सामने कुछ इस प्रकार की स्क्रीन सामने आयेगी।
                            चित्र संख्या 5


जैसा आप चित्र संख्या 5 में देख सकते है कि यहां पर आपको तीन प्रकार के विकल्प दिखायी दे रहे हैं।

वैसे आप इन तीनों विकल्पों के माध्यम से पैसे निकाल सकते हैं, पहले विकल्प के माध्यम से 20000.00 तक की धनराशि को आहरित  किया जा सकता हैं,,

दूसरे विकल्प के माध्यम से किसी भी मर्चेंन्ट के पास जाकर जिनके पास POS मशीन हो  2000 का भुगतान ले सकते हैं।

तथा

तीसरे विकल्प में आपको एस.बी.आई के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि (Customer service point) के पास जाना होता हैं वहां से आप 10,000 तक का भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।

चूंकि हम सभी एटीएम मशीन के माध्यम से ही पैसे को निकालते हैं, जिसके लिए हमें एटीएम मशीन में अपने कार्ड को डालना होता हैं परन्तु पहले विकल्प के माध्यम से आप आसानी से बिना कार्ड का प्रयोग किये ही 20,000 तक की धनराशि को निकाल सकते हैं।



हम आपको पहले माध्यम से पैसा निकालने का तरीका बता रहे हैं, जिसमें एटीएम का विकल्प दिया गया है।
एटीएम के विकल्प पर क्लिक करते ही आपके सामने धनराशि डालने का विकल्प आयेगा, आपको जितनी धनराशि निकालनी है आप डाल सकते हैं,
 चित्र संख्या 6

इस चित्र संख्या 6 में आप देख सकते हैं,

हम 500 रूपये की धनराशि डाल रहे हैं।
धनराशि डालते ही आपको नेक्स्ट पर क्लिक करना है, तब आपको कुछ ऐसा इंटरफेस दिखायी देगा।
जैसा आप चित्र संख्या 7 में देख सकते हैं, 





 

यहां पर आपको अपना एक 6 अंकों का पिन बनाना है, और यही 6 अंकों का पिन आपको एटीएम में पैसा निकालते समय डालना होगा।

पिन बनाते ही आप भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी शाखा के एटीएम पर जाकर उक्त धनराशि को बिना डेबिट कार्ड का प्रयोग किये निकाल सकते हैं। और वो भी पूरी सुरक्षित तरीके से।

5- इन सबके अलावा, आप YONO के माध्यम से Mutual fund में निवेश कर सकते हैं, Fixed deposit अथवा R.D खोल सकते हैं। अपने खाते को योनों के ही माध्यम से किसी भी शाखा में स्थानान्तरित कर सकते हैं, योनों के माध्यम से ही ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं, जिसके माध्यम से आप शेयर को खरीद/बेंच सकते हैं।

Home Loan, Personal Loan, Car Loan, Education Loan, Gold Loan भी ले सकते हैं, और इसके माध्यम से आवेदन करना बिल्कुल आसान हैं।







 


 































28/8/21

What is YONO wearable device & how does it work क्या है Yono Wearable डिवाइस और कैसे काम करता है

क्या है योनों और ये कैसे काम करता है, आइये जानने का प्रयास करते हैं।

What is YONO and how does it work?


क्या है योनो और ये कैसे काम करता है। आज हम इसी विषय पर विस्तृत तरीके से चर्चा करने का प्रयास करेंगे। 

What is YONO wearable device & how does it work क्या है Yono Wearable डिवाइस और कैसे काम करता है


योनों भारतीय स्टेट बैंक का ऑनलाइन बैंकिंग यूज करने की सेवा का नाम है, और भारतीय स्टेट बैंक ने इसको नाम दिया है योनो एस.बी.आई जो कि एक ऐसा एप्लीकेशन है जिसके माध्यम से आप किसी भी प्रकार का बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं। योनो एप्लीकेशन भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सन् 2017 को लाया गया, जो कि भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहकों के लिए बनाया गया।

आपको बता दे कि भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहकों की संख्या भारत में सबसे ज्यादा है, और ये इतना बड़ा उपक्रम है जो लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। 

भारतीय स्टेट बैंक द्वारा योनो को लाने का उद्देश्य अपने ग्राहकों को बेहतरीन बैंकिंग सेवा उपलब्ध करवाना था। उन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु ही इस एप्लीकेशन को लाया गया, जो भारतीय स्टेट बैंक के सभी ग्राहकों के बीच काफी प्रसिद्ध पॉपुलर हो गया। 


क्यों जरूरत पड़ी::?

                       जैसा कि आप सभी को पहले ही बताया गया है कि भारतीय स्टेट बैंक बैंकिंग सेक्टर में एक बहुत पुराना नाम है, और पूरे भारत में इसकी हजारों शाखाएं है, आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में हर कोई अपने वित्तीय आवश्यकताओं को निपटाने के लिए बैंक जाने से बचना चाहता है, वो सारी सुविधाएं अपने कम्प्यूटर अथवा स्मार्टफोन पर ही चाहता है, इन्ही जरूरतों को देखते हुए समय के साथ डिजिटल बैंकिंग सेवाएं अस्तित्व में आयी, और लोग अपने घर से बैठे-बैठे ही सारे काम करने लगे। 

आज की तारीख में लगभग सभी बैंको में नेट बैंकिंग सुविधा उपलब्ध है, इसके अलावा सभी बैंक चाहे वह सार्वजनिक क्षेत्र के हो अथवा प्राइवेट सेक्टर के हो सभी के पास अपनी-अपनी मोबाइल बैंकिंग सुविधा भी उपलब्ध है। उन्हीं में भारतीय स्टेट बैंक का ’’योनो एसबीआई’’ भी है जिसकी हम चर्चा कर रहें है।

लोगों को 24 घंटे और सातों दिन बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ही इस सेवा को लांच किया गया, और ये देखते ही देखते लोगों के बीच इतना पापुलर हो गया कि आज कि तारीख में योनो एसबीआई एप्लीकेशन को 5 करोड़ से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं।

 

क्या है योनो एप्लीकेशन की विशेषताः What is the feature of YONO Application?


भारतीय स्टेट बैंक की इंटरनेट बैंकिंग सुविधा को बहुत सारे ग्राहक प्रयोग करते हैं, इसमें उच्च वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग के लोग भी शामिल है, मध्यम वर्ग में शिक्षित वर्ग ही ऐसा था, जो इंटरनेट बैंकिग का प्रयोग करता था, ग्रामीण क्षेत्र के लोग बैंक जाकर ही अपनी वित्तीय कामों को करते थे।

2017 में जब योनो को लांच किया गया था, तब बहुत कम ही लोग इसका प्रयोग करते थे, परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया और लोगों का इस ओर रूझान बढ़ा, तो लोगों ने योनो को यूज करना प्रारम्भ किया। चूंकि इंटरनेट बैंकिंग हर व्यक्ति के बस की बात नही थी क्योंकि इसको प्रयोग करने के लिए आपके पास कम्प्यूटर होना आवश्यक था, कंप्यूटर के साथ-साथ नेट की सुविधा का होना भी इसके लिए आवश्यक था,। इन सभी झंझटों को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने स्मार्टफोन हेतु मोबाइल फ्रेंडली एप्लीकेशन ’’योनो एसबीआई’’ एप्लीकेशन का ईजाद किया।

 

आइये कुछ इसकी विशेषताओं के बारे में जानने का प्रयास करते हैं

1. योनो एसबीआई भारतीय स्टेट बैक द्वारा बनाया गया एक ऐसा एप्लीकेशन/सॉफ्टवेयर है जिसका प्रयोग वित्तीय लेन देन आदि में किया जाता है, जो 24 घंटे सातों दिन काम करती है।

2. योनो एसबीआई मोबाइल फ्रेंडली एप्लीकेशन हैं। जो कि एन्डरॉइड और आई.ओ.एस ऑपरेटिंग सिस्टम पर आसानी से चलता हैं। मोबाइल फ्रेंडली होने के कारण ये आसानी से उपयोग में लाया जा सकता हैं। जिसका उपयोग कभी भी किया जा सकता है।

3. योनो एसबीआई एक ऐसा एप्लीकेशन हैं। जिसके माध्यम से आप::

  • ब्राडबैंड,
  • डीटीएच रिचार्ज,
  • बिजली बिल का भुगतान,
  • गैस का भुगतान, 
  • मोबाइल रिचार्ज,
  • लैंडलाइन,
  • फास्टटैंग, 
  • किसी भी प्रकार के लोन की किश्त (किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक अथवा प्राइवेट सेक्टर) का भुगतान आदि चुटकियों में कर सकते हैं।

4. YONO SBI सिर्फ पैसों के हस्तांतरण का माध्यम नही हैं बल्कि इसके माध्यम से आप ट्रेन के टिकट भी बुक कर सकते हैं। जैसा आप इस चित्र के माध्यम से देख सकते हैं।
What is YONO wearable device & how does it work क्या है Yono Wearable डिवाइस और कैसे काम करता है



लेकिन ध्यान रहे, आपका I.R.C.T.C में रजिस्टर्ड होना जरूरी है, और यदि आप I.R.C.T.C में रजिस्टर्ड नही है, इसी इसी Yono Application के माध्यम से Registered भी हो सकते हैं, जैसा आप चित्र में देख पा रहे हैं।
What is YONO wearable device & how does it work क्या है Yono Wearable डिवाइस और कैसे काम करता है
5.  YONO SBI आपको Tap & pay का विकल्प भी उपलब्ध करवाता है जिसके माध्यम से आप 2000 तक भुगतान अपने वियरेबल डिवाइस (टाइटन पे वॉच) के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं, जिसके लिए आपके पास Titan Pay Watch होना आवश्यक है, जिसे आप अपनी कलाई पर नार्मल घड़ी की तरह ही बांध सकते हैं, ये सुरक्षित NFC (नियर फील्ड कम्यूनिकेशन) चिप के साथ आती है, और ये बिल्कुल आपके डेबिट कार्ड की तरह ही आपके अकाउंट से लिंक्ड होती है, जो बिना संपर्क में आये भुगतान करने की सुविधा प्रदान करती है। जिसका प्रयोग आप भारत में उन सभी जगहों पर कर सकते हैं, जो कॉन्टेक्टलेस भुगतान को स्वीकार करते हैं। आपको बताना आवश्यक है कि आज लगभग सभी मर्चेंट इस प्रकार के भुगतान को स्वीकार करते हैं।

योनो द्वारा कॉन्टेक्टलेस भुगतान हेतु इस Wearable device का प्रयोग किया जाता है, जो किसी भी मर्चेंन्ट के POS टर्मिनल पर किया जा सकता है।

इस वियरेबल डिवाइस के माध्यम से आप 2000 तक का भुगतान बहुत ही आसानी से बिना सम्पर्क में आये कर सकते हैं।























21/8/21

If you follow this method, then you will get the approval of AdSense in 10 hours,अगर आप इस तरीके को अपनायेगें तो 10 घंटे में आपको एडसेंस का अप्रूवल मिल जायेगा।

10 ऐसी गलतियां जिसकी वजह से नही मिलता है एडसेंस का अप्रूवल:-

आज के समय में हर युवक जो इंटरनेट के माध्यम से पैसा कमाना चाहता है, और वो हमेशा कुछ न कुछ नया सीखने की दिशा में आगे बढ़ने का सतत् प्रयास भी करता है, परन्तु उसे तब निराश होना पड़ता है, जब उसको उसके कार्य की एवज में पैसे नही मिलते हैं।

एडसेंस भी एक ऐसा माध्यम है, जिसके माध्यम से कई Blogger, YouTuber सभी अच्छा खासा पैसा कमा रहे हैं, लेकिन सभी को गूगल एडसेंस का अप्रूवल नही मिलता है,जिसके कई कारण होते हैं। उन्ही कारणों को जानने के लिए आपके लिए ये आर्टिकल लिखा गया है।

इस आर्टिकल के माध्यम से उन सभी कारणों को जानने का प्रयास किया जायेगा, कि आखिर क्यों गूगल हमें एडसेंस का अप्रूवल नही देता है। लेकिन कारणों पर प्रकाश डालने से पूर्व आपको एडसेंस के बारे में भी मालूम होना चाहिए।

If you follow this method, then you will get the approval of AdSense in 10 hours,अगर आप इस तरीके को अपनायेगें तो 10 घंटे में आपको एडसेंस का अप्रूवल मिल जायेगा।


क्या है एडसेंस और ये कैसे काम करता है।

What is AdSense and how does it work?

                               गूगल एडसेंस गूगल का ही एक उत्पाद है जो दुनिया की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी कंपनियों के विज्ञापन को दिखाने का कार्य करती है। Google AdSense द्वारा विश्व की कई करोड़ों Website को गूगल द्वारा अपने नेटवर्क में जोड़ा गया है जिस पर कोई भी अपनी वेबसाइट को जोड़कर गूगल एडसेंस के इस नेटवर्क से जुड़ सकता है। लेकिन इसके लिए उपभोक्ता के पास । AdSense का अप्रूवल होना जरूरी है।

AdSense एक विज्ञापन कंपनी या यूं कहें एक बड़ी एजेंसी के रूप में कार्य करने का काम करती है जिसका कार्य विश्व के छोटे बड़े ब्रांड को विज्ञापन के द्वारा दिखाना होता है गूगल एडसेंस ये कार्य इन विज्ञापनों को दुनिया की करोड़ो वेबसाइट पर पब्लिश करने का कार्य करती है लेकिन ये कार्य उन्ही के लिए किया जाता है जिनके पास एडसेंस का अप्रूवल होता है। किसी भी विषय की वेबसाइट हो यदि वह अच्छे कंटेट उपलब्ध करवाती है और लगातार एक्टिव भी रहती है तो इस प्रकार की Website को एडसेंस मिलने में किसी भी प्रकार की परेशानी नही होती है।

जैसा कि हम सभी ने देखा कि एडसेंस क्या है और ये कैसे काम करता है।

आइये अब इसके कारणों पर प्रकाश डालने का प्रयास करते है कि आखिर क्यों एडसेंस का अप्रूवल नही मिलता है, और इसके क्या-क्या कारण होते हैं।


1. यदि आप एक ब्लॉगर है, और एडसेंस का अप्रूवल लेना चाहते है, तो इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आपका ब्लॉग जिस भी नीस पर काम कर रहा है, आपके द्वारा उस विषय से सम्बन्धित 20-25 पोस्ट लिखी होनी चाहिए। यदि आप ऐसा सोच रहे हैं कि सिर्फ 5 अथवा 10 पोस्ट लिखने से आपको एडसेंस का अपुवल मिल जायेगा तो ये गलत है। क्योंकि गूगल इतनी आसानी से एडसेंस का अप्रूवल नही देता है। और यदि आपकी वेबसाइट पर 20-25 पोस्ट लिखी है तो आपको आसनी से एडसेंस का अप्रूवल मिल जायेगा, बस इस बात का ध्यान रखना है कि आपकी सभी पोस्ट बिल्कुल यूनीक होनी चाहिए।


2- एडसेंस का अप्रूवल लेने से पहले आपको एक कस्टम डोमेन रजिस्टर करना जरूरी है, क्योंकि गूगल के ब्लॉगस्पॉट पर आसानी से एडसेंस का अप्रूवल नही मिल पाता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखे कि एडसेंस का अप्रूवल लेने से पहले एक बढ़िया सा कस्टम डोमेन जरूर रजिस्टर करें, और बेहतरीन आर्टिकल लिखे, जिससे आपको आसानी से एडसेंस का अप्रूवल मिल जायेगा।


3- जिस भी नीस/विषय पर आपका ब्लॉग हो, आप उसी पर अपने आर्टिकल लिखे, क्योंकि कई विषयों पर लिखने से आपको एडसेंस का अप्रूवल मिलने में दिक्कत हो सकती है, क्योंकि गूगल को ये पता होना जरूरी है कि आपकी वेबसाइट किस विषय पर आधारित है।


4- एडसेंस का अप्रूवल लेने के लिए जरूरी है कि आपका कंटेट पूरी तरह से यूनीक होना चाहिए, किसी भी वेबसाइट से कॉपी पेस्ट किया हुआ बिल्कुल नही होना चाहिए, ऐसा करने से आपको कभी भी एडसेंस का अप्रूवल नही मिल पायेगा, और "किसी दूसरे का कंटेट चुराने पर आपके ऊपर कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्यवाही भी हो सकती है", इसलिए एडसेंस का अप्रूवल लेने से पहले इस बात का ध्यान कि आपको किसी का भी कंटेट नही चुराना है।


5- AdSense का अप्रूवल लेने के लिए ये भी आवश्यक है कि आपके आर्टिकल Unique होने के साथ-साथ गूगल के सर्च रिजल्ट में भी आने चाहिए, जिससे आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक आयेगा, और यदि आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक आने लगेगा, तो आपको एडसेंस का अप्रूवल मिलने में दिक्कत नही होगी। 


6- AdSense अप्रूवल लेने के लिए आप किसी भी विषय का चुनाव कर सकते है, जिस विषय पर आपकी पकड़ अच्छी हो, अर्थात् यदि आप टेक्नोलॉजी से सम्बन्धित जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं, तो आपको टेक्नोलॉजी से सम्बन्धित जानकारी ही देना है, हां जब आपको एडसेंस का अप्रूवल मिल जाये , तब आप अलग-अलग विषय की सामग्री भी उपलब्ध करवा सकते हैं।


7- कई बार ऐसा होता है कि कुछ ब्लॉगर अपनी बेवसाइट पर अश्लील सामग्री Porn Content परोसते है या सरकार विरोधी टिप्पणियां भी अपनी वेबसाइट पर करते हैं, जो कि उन्हें बिल्कुल भी नही करनी चाहिए, अन्यथा गूगल आपको एडसेंस का अप्रूवल नही देगा, इसलिए हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एडसेंस का अप्रूवल मिलने पर भी इस प्रकार की गलतियां बिल्कुल न करें, अन्यथा आपका गूगल एडसेंस का अप्रूवल Suspend किया जा सकता है।


8- कई बार ऐसा होता है कि 30-35 आर्टिकल लिखने के बाद भी लोगों को एडसेंस का अप्रूवल नही मिलता है, उसके पीछे कई कारण होते हैं, या तो आपके आर्टिकल गूगल के पेज पर रैंक नही कर रहें हैं, या आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक नही आ रहा है इसके अलावा भी ऐसे कई कारण होते हैं जिसके कारण Google AdSense का अप्रूवल नही देता है।


9- AdSense का अप्रूवल लेने के लिए ये भी जरूरी है कि आप एक बेहतरीन Template का भी चुनाव करें, वो चाहे Paid हो अथवा Free आपकी वेबसाइट अच्छे से Customize होनी चाहिए,और सभी लेख Category के अनुसार होने चाहिए, इससे आपको बहुत जल्दी एडसेंस का अप्रूवल मिल जाता है।


10- AdSense का अप्रूवल मिलने के लिए ये भी आवश्यक है कि आपकी वेबसाइट 1-2 महीने पुरानी होनी चाहिए,और इसको कस्टम डोमेन से लिंक होना चाहिए। इन सब बातों के अलावा आपकी वेबसाइट पर About Us, Contact Us, Privacy Policy, Disclaimer के पेज जरूर होने चाहिए, नही तो आपको कभी भी एडसेंस का अप्रूवल नही मिल पायेगा।

इसलिए वेबसाइट बनाते ही सर्वप्रथम इन पेज का निर्माण तुरंत करें। जिससे आपको एडसेंस का अप्रूवल आसानी से मिल जाये।


एडसेंस के अकाउंट को वैरीफाई कैसे करते हैं।

How to verify AdSense account.

                                      एडसेंस का अप्रूवल मिलने के बाद बारी आती है, उसको वैरिफाई करवाने की। इसके लिए जरूरी होता है कि आपके पास आपकी फोटो आई होनी चाहिए, यदि आप भारत के नागरिक है तो आपके पास वोटर आई.डी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट आदि में से कोई डॉक्यूमेंट होना चाहिए इस डॉक्यूमेंट को अपलोड करने के बाद आपका एडसेंस अकाउन्ट कुछ दिनों में वैरीफाई हो जाता है।

ये बात भी आपको पता होनी चाहिए कि यदि आपके पास एडसेंस का अकाउन्ट है और आपका अकाउन्ट वैरीफाई नही है तो आपकी वेबसाइट पर एड Ad दिखने बन्द हो जायेगें, इसलिए अपने अकाउन्ट को वैरीफाई करना बिल्कुल भी न भूले।

कभी-कभी एडसेंस का अकाउन्ट उसी दिन वैरीफाई हो जाता है, परन्तु कुछ मामलों में इसमें कुछ दिन का समय लग जाता है।





































17/8/21

Must know about these interesting facts of Google Trends, Google Trends के इन रोचक तथ्यों के बारे में जरूर जानिये

क्या आप जानते हैं  गूगल ट्रेंड्स के बारे में?

What is Google Trends and how does it work


Google Trends जैसा कि नाम से ही आप सभी को पता चल गया होगा। ऐसी कोई भी खबर जिस पर जोरों से चर्चा चल रही हो, और वो खबर Internet पर बहुत तेजी से लोगों के द्वारा Search की  जा रही हो, तो इस प्रकार की खबरें ट्रेंड में चलने लगती है, और गूगल उन खबरों को टॉप पर रखता है।


गूगल ट्रेंड कब लांच किया गया:-?

                                                 गूगल द्वारा गूगल ट्रेंन्ड्स की स्थापना 2006 में इस उद्देश्य से की गयी थी, कि जिससे लोगों को इसके बारे में पता चल सकें कि दुनिया में कहां पर, कब, क्या घटित हो रहा है, उन सभी की जानकारी एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ही इसका निर्माण किया गया।

Google Trends का अनुसरण करके ही लोग इससे सम्बन्धित सामग्री इंटरनेट पर उपलब्ध करवाते है, और देखते ही वो कई वेबसाइटों Websites पर पहुंच जाती  है।


उदाहरण के तौर पर:

दुनिया की मशहूर कंपनी Samsung यदि अपना कोई Flagship फोन लांच करता है, तो देखते ही देखते लोग उस स्मार्टफोन को इंटरनेट पर खोजने लगते हैं, और वो स्मार्टफोन इंटरनेट पर पूरी तरह वायरल हो जाता है, तो वो प्रोडक्ट Trending में चलने लगता है।


दूसरे उदाहरण के तौर पर: 

हम अभी हाल में घटित घटना का उदाहरण देते है, जब भारत को "Javelin Through" में पहला स्वर्ण पदक (Gold Medal) मिला, और ये कारनामा हमारे देश के बेहतरीन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कर दिखाया.

नीरज चोपड़ा के पदक प्राप्त करते ही ये खबर तेजी से गूगल ट्रेंडिंग सूची Google trending List में आ गयी और तेजी से ट्रेंड करने लगी, और देखते ही देखते ये खबर सभी न्यूज चैनल, Twitter, Facebook, Instagram, LinkedIn, सभी वेबसाइट पर तेजी से वायरल होने लगी, और ये खबर गूगल के लिए एक ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया, और गूगल के ट्रेंडिंग पेज पर सबसे ज्यादा खोजी जाने वाली खबर के रूप में फैल गयी.


गूगल ट्रेंड काम कैसे करता है?

                                         आजकल जितने भी Youtuber अथवा Blogger है वो सभी ट्रेडिंग टॉपिक्स को फॉलों करते है अर्थात् वर्तमान में उनकी वेबसाइट जिस भी  Niece  से सम्बन्धित होती है तो वो सभी उसी प्रकार के टॉपिक्स को सर्च करते है. तथा उन्हीं विषयों से सम्बन्धित सामाग्री को अपनी वेबसाइट पर डालते हैं.

और जब भी कभी कोई उस विषय से सम्बंधित कोई सामाग्री  या  कीवर्ड Keyword को खोजता है  तो वह सामग्री उसको आसानी से मिल जाती है.

जैसा कि आप सभी को  पता  है की यूट्यूब हो अथवा ब्लॉगर सभी ज्यादा से ज्यादा Views लाना चाहते हैं, लेकिन उसके लिए जरूरी होता है कि लोगों की रूचियों के अनुसार कंटेट डालना। और अगर कंटेंट अच्छा है तो Views भी आने की संभावना बढ़ जाती है. 


किस तरह के कंटेट डालना उचित रहता है?:

यहां पर ये बात बताना समीचीन प्रतीत होगा कि किसी भी प्रकार की न्यूज चाहे वह राजनीतिक घटनाक्रम से सम्बन्धित हो अथवा बॉलीबुड के क्षेत्र से सम्बन्धित, वह घटना 10-15 दिन अथवा ज्यादा से ज्यादा 30 दिन तक ट्रेंड में रहती है। फिर वह लोगों के दिमाग से विस्मृत हो जाती है अर्थात् लोग उस टॉपिक पर ज्यादा सर्च नही करते हैं।


जैसेः

       15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इसी राष्ट्रीय पर्व की धूम रहती है, और लोग इसी विषय से जुड़ी हुई जानकारी सर्च करते हैं, लेकिन इस राष्ट्रीय पर्व की समाप्ति के पश्चात् इस पर Search Volume कम होता चला जाता है।


चित्र संख्याः 1

उक्त चित्र को आप देख सकते है, जो कि गूगल ट्रेंड्स का Homepage है जो कुछ इस प्रकार से दिखायी देता है, इस पेज को खोलते ही, आपको इसका Interface कुछ इस प्रकार से दिखायी देगा।इस पेज को ओपेन करते ही आपको साइड में मौजूद 3 Dot line पर क्लिक करना है.


                                                                    चित्र संख्याः 2

3 Dot Line पर क्लिक करते ही Home तथा  Explore  के नीचे आपको Trending Searches  का विकल्प दिखायी देता है.

इस पर क्लिक करते ही आपको Daily Trend  Search  में टॉप Trending रिजल्ट दिखायी देगें। जिसमें से Top 3 आप यहां चित्र में देख सकते हैं.


                                                                   चित्र संख्याः 3 

चित्र संख्या 3 में आप देख सकते हैं कि:-

  • तमिल एक्टर आनंद कन्नड़ Anandha Kannan जी के देहावसान की खबर टॉप ट्रेंड में 1 नम्बर पर चल रही है.

  • उसी के ठीक नीचे दूसरे स्थान पर Motorola EDGE 20 का नया फ्लैगशिप फोन Edge 20 जो आज ही Launch हुआ है, ट्रेंड पर चल रहा है.

  • इस सूची में तीसरे स्थान पर PET के Admit card की सूचना तीसरे स्थान पर चल रही है।

अर्थात् आप देख सकते हैं, जिस टॉपिक को ज्यादा खोजा जा रहा है, वह सबसे टॉप पर ही है।
इस तरह से आप देख सकते है, कि Google Trends काम करता है।

आशा है कि आपको गूगल ट्रेंन्ड्स के बारे में थोड़ा-बहुत जानने को अवश्य मिला होगा..

देश दुनिया में क्या हो रहा है, इस विषय को समझने के लिए जरूरी है कि फेसबुक, ट्वीटर को फॉलों करें। जिसमें देश-विदेश के सभी लोग जुड़े होते हैं। उसी पर दुनिया में कौन-कौन सी घटनाएं घटित हो रही है. इसकी सटीक जानकारी हमें Google News  से मिल जाती है।








9/8/21

Can We Earn Money by Trading in Cryptocurrencies? क्या Cryptocurrency में Trade करके पैसे कमाये जा सकते है।

 क्या है क्रिप्टोकरेंसी का मतलबः

What is the meaning of cryptocurrency:

Can We Earn Money by Trading in Cryptocurrencies? क्या Cryptocurrency में Trade करके पैसे कमाये जा सकते है।


हम सभी जानते है कि
Crypto का मतलब "छुपा हुआ" या गुप्त होता है। और Currency का मतलब रूपया/पैसा होता है। जिसे हम अप्रत्यक्ष करेंसी भी कह सकते हैं और Bitcoin क्रिप्टोकरेंसी का ही एक Form है या देखा जाये तो कई हजार क्रिप्टोकरेंसी है जो बिट्क्वाइन की तरह ही अप्रत्यक्ष रूप से चलन में मौजूद है।

और ये सभी ट्रेड एक कोड के जरिये ही चलता है।

जैसे : Ethereum, Bitcoin, Dogecoin आदि।

 

क्रिप्टोकरेंसी में कई करेंसी होते है।

जैसेः

  • Bitcoin
  • Dogecoin
  • Ethereum
  • XRP
  • Stellar
  • Cardano
  • ChainLink
  • Neo
  • Bitcoin Cash
  • LiteCoin
  • NameCoin
  • PrimeCoin
  • PeerCoin      


क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताएं Features of cryptocurrency: 


1. इसे वैध मुद्रा के बदले खरीद सकते हैं।

2. क्रिप्टोकरेंसी एक डिसेन्ट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है और एक ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है।

3. जिस प्रकार हम सभी शेयर में ट्रेंडिंग करने के लिए डिमैट अकाउन्ट का प्रयोग करते है, उसी प्रकार से क्रिप्टोकरेंसी में भी उसी प्रकार से ट्रेडिंग कर सकते हैं।

4.Crypto Currency हर जगह पर स्वीकार योग्य नही है, इसलिए इसका प्रयोग सीमित मात्रा में ही होता है।

5. भारत में इस करेंसी पर सरकार का स्वामित्व नही है, अर्थात् इसमें किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर सरकार की कोई जिम्मेदारी नही होती है।



क्या है इसके नुकसान What are its disadvantages:


  • सरकार द्वारा कोई नियंत्रण नही होने के कारण इसका आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल होने की प्रबल संभावना हो सकती है।

  • इसका सभी जगहों पर इस्तेमाल नही किया जा सकता है।

  • कई देशों में इसका चलन नही होने के कारण ये लेन-देन के प्रयोग में नही लाई जा सकती है।

  • भविष्य में इस गुप्त मुद्रा का क्या होगा, किसी को कुछ पता नही है, इसमें कब कितना परिवर्तन आ जाये ये भी स्पष्ट नही है।
इसमें निवेश करते समय बहुत ही सुरक्षित निवेश करना चाहिए, कहा जाता है, इसमें Trading करते आप यदि अपने अकाउंट के पासवर्ड को भूल जाते है, तो इसको रिकवर किया ही नही जा सकता है।

पूरी दुनिया में 10-12 करोड़ लोग ही इसमें निवेश करते है, जो बहुत बड़ी संख्या नही है, इसलिए पूरी तरह से इसको सुरक्षित नही माना जाता है।


इन सबके बावजूद Cryptocurrency में लोगों की रूझान बढ़ता जा रहा है, आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि अप्रैल, 2020 में Cryptocurrency में लोगों का निवेश 923 मिलियन डॉलर के आसपास था, जो मई 2021 में बढ़कर 6.6 बिलियन डॉलर हो गया, जो बहुत बड़ा नम्बर है।

इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें लोगों की रूचि दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। और लोग इसमें निवेश करने के बारे में लगातार जानकारी लेते हुए भी दिख जाते है।


किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड नही किया जा सकता है?

In which countries cryptocurrencies cannot be traded?


चीन

बांग्लादेश

नेपाल

कतर

बेल्जियम

तुर्की

ईरान

अल्जीरिया

इंडोनेशिया


आदि देशों में इस पर पूरी तरह से रोक है,परन्तु हमारे भारत वर्ष में ऐसा कानून नही है जो इसमें निवेश करने से रोक लगाता हो।

यहां पर ये बताना समीचीन प्रतीत होता है कि G 20 देशों में लगभग 18 देशों ने जिसमें इसको Regulate किया जा चुका है, अर्थात् वहां पर ये Illegal (अवैध) नही है वहां की सरकारों द्वारा Taxation को प्रावधान कर दिया गया है, चूंकि भारत में ये अभी ग्रे एरिया में है, और इसके यूजर्स लगातार बढ़ रहे हैं, और 600%  से भी ज्यादा इसके उपभोक्ता बढ़ चुके हैं। लिहाजा ये कहा जा सकता है कि भारत में इसमें निवेश हेतु कोई कानून न होने के कारण इसमें लोग निवेश कर भी रहे हैं।

और भारतीय रिजर्व बैंक भी इस दिशा में कार्य कर रहा है, जिससे इसको रेग्यूलेट किया जा सकें।





 


7/8/21

What is the difference between Visa Card MasterCard and Rupay Card, क्यों आर.बी.आई ने मास्टर कार्ड को नये कार्ड जारी करने से रोक दिया?

डेबिट कार्ड Debit Card :-

सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाली Plastic Money है, जिसे दुनिया में सभी लोग प्रयोग करते हैं।


Debit card हमारे/आपके बचत खाते से Linked होता है, और लिंक्ड होने के कारण ही हम इसका प्रयोग करके कहीं से भी पैसा निकाल सकते हैं।


"डेबिट कार्ड को क्रेडिट कार्ड की तुलना में सुरक्षित भी माना जाता है।"

जैसे डेबिट कार्ड पर 16 Digit का कार्ड नम्बर, Expiry Date, कार्ड धारक का नाम तथा पीछे की तरफ 3 digit का CVV number भी होता है, (जिसका प्रयोग सिर्फ ऑनलाइन ट्रांसेक्शन हेतु ही किया जाता है)


जिस डेबिट कार्ड से हम सभी पैसो को Transaction करते है उसके लिए हमें अपने Pin की आवश्यकता होती है,और बिना Pin के ट्रांन्जेक्शन पूरा नही होता है।

इसलिए यदि हमारा डेबिट कार्ड कहीं पर गिर जाता है तो हमें बहुत ज्यादा घबराने की आवश्यकता नही है, क्योंकि बिना रजिस्टर्ड मोबाइल के न तो पिन को परिवर्तित Change किया जा सकता है, और न ही पैसे निकाले जा सकते हैं।

What is the difference between Visa Card MasterCard and Rupay Card, What is the dispute of MasterCard


अब हम बात करते है क्रेडिट कार्ड के बारे में।

क्रेडिट कार्ड Credit Card:-

डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड के बहुत सारे फायदे है, अर्थात् ये कई प्रकार की विशेषताओं से लैस होता है, कुछ बिन्दुओं से जानिये इनकी विशेषताओं के बारे में


1). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड को प्राप्त करना कठिन है, क्योकि क्रेडिट कार्ड हमारी सैलरी एवं बचत के आधार पर दिया जाता है और इसको दिये जाने से पहले क्रेडिट कार्ड कंपनी हमारे CIBIL SCORE को देखती है, जिसके माध्यम से उन्हें इस बात का पता चलता है कि हमारे द्वारा किसी प्रकार के लोन लेने पर हम सभी उसका भुगतान कर पायेगें कि नही।


2). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड में ढेर सारे रिवार्ड भी मिलते हैं जैसे कैशबैक, तथा रिवार्ड पांइन्ट (जिनका प्रयोग हम Online Shopping में भी कर सकते हैं)


3). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालना नुकसानदेय हो सकता है, यदि आप इसका भुगतान समय पर नही करते है, क्योंकि क्रेडिट कार्ड से धनराशि निकालने पर हमारे ऊपर Cash Withdrawal Penalty  चार्ज भी लग जाता है और ये बहुत ज्यादा होता है, इसलिए क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालने से बचना चाहिए।


4). Cash Withdrawal में जो वापसी की लिमिट होती है वो 30-40 दिवस की होती है, आपके द्वारा यदि इतने दिनों में पैसा नही जमा किया जाता है, तो कंपनी इस Heavy Interest लगाती है, और आपका खर्च भी बढ़ जाता है।

 

5). Credit card से लोन लेने की सुविधा भी होती है,आप जब चाहे इस पर लोन ले सकते है, और यदि आप इस लोन का भुगतान समय पर करते है, तो आपके ऊपर किसी भी प्रकार की पेनाल्टी नही लगती है, समय पर लोन का भुगतान करने से आपका सिबिल स्कोर भी मजबूत होता है, और भविष्य में भी लोन मिलने की संभावना प्रबल होती है।


क्या है Rupay Card, Master Card, और Visa Card?


हम सभी देखते है कि हम सभी के पास जो कार्ड उपलब्ध होते है, उन पर VISA, RUPAY अथवा MASTER CARD अंकित रहता है, परन्तु कभी आपने ये जानने का प्रयास किया कि ये वास्तव में होते क्या है? 

ये सभी Card Network होते है, भारत देश में यदि इन कार्ड नेटवर्क के हिस्सेदारी की बात की जाये तो 50% वीजा कार्ड, 30% Master card तथा 20% RUPAY कार्ड का स्वामित्व है, अर्थात् इतने प्रतिशत लोग उक्त कार्डो को प्रयोग करते है, और ये इनकी संख्या को दर्शाता है।


जब एटीएम कार्ड को लांच किया गया था, तब हम सभी उसी ब्रांच के एटीएम मशीन से पैसे निकाल सकते थे जिस बैंक का वो कार्ड होता था, परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया और बैंकिंग नेटवर्क  का विस्तार हुआ तब बैंकिंग नेटवर्क के माध्यम से हम सभी अन्य ब्रांच के एटीएम से भी पैसे निकालने लगे।


कार्ड नेटवर्क अर्थात् वीजा, मास्टरकार्ड तथा रूपे कभी भी किसी के साथ डाटा शेयर नही करते है।

हमारे कार्ड का डाटा सिर्फ दो जगहों पर मौजूद होता है-

पहला हमारी शाखा पर जहां पर हमारा बचत खाता होता है-


दूसरा हमारे कार्ड नेटवर्क प्रोवाइडर के पास-


डाटा नेटवर्किंग के जरिये ही हम सभी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। और हमें ओटीपी भेजने का काम भी यही नेटवर्क कंपनियां करती है।


ये नेटवर्किंग कंपनियां कहां की है?

भारत में तीन नेटवर्किंग कंपनियां काम कर रही हैः

VISA

MASTER CARD

RUPAY

इन तीनों कम्पनियों में वीजा, एवं मास्टरकार्ड AMERICAN COMPANY है, इन दोनों कम्पनियों की भारत में क्रमशः 50 प्रतिशत एवं 30 प्रतिशत की भागीदारी है। उसी प्रकार RUPAY CARD भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है, ये नेटवर्क भी 20 प्रतिशत के साथ तीसरे नम्बर पर आता है।

वीजा तथा मास्टरकार्ड का नेटवर्क Internationally काम करता है,अर्थात् उक्त नेटवर्किंग के कार्ड पूरे विश्व में प्रयोग में लाये जाते है।

परन्तु रूपे कार्ड सिर्फ भारत में ही प्रयोग किया जाता है, परन्तु विदेशों में प्रयोग हेतु रूपे ने भी International कार्ड जारी किया है, जिसका प्रयोग विदेशों में भी किया जा सकेगा। जिसे हम Platinum card के नाम से जानते है।


मास्टरकार्ड का विवाद क्योंः

6 अप्रैल 2019 को ही सरकार ने कह दिया था कि वीजा या मास्टरकार्ड हमारे देश के खाताधारकों के डाटा के रखरखाव हेतु भारत में ही डाटा सेंटर स्थापित करें,परन्तु उनके द्वारा ऐसा नही किया गया। अभी हाल ही में Reserve bank of India ने भी मास्टरकार्ड को स्पष्ट रूप से कह दिया था कि वो भारत के लोगों का डाटा सेंटर भारत में ही दिनांकः 22 जुलाई, 2021 तक स्थापित करें अन्यथा उसको कार्ड जारी करने की अनुमति नही प्रदान की जायेगी।


परन्तु अभी तक मास्टरकार्ड की तरफ से इस तरह की कोई पुष्टि नही की गयी थी।

R.B.I का ये कथन सही भी है, क्योंकि Master card को Server तथा डाटा सेंटर America में है, जिसके कारण भारत में रहने वाले मास्टर कार्ड उपभोक्ता के डाटा अमेरिका स्थित डाटा सेंटर पर मौजूद है, अर्थात् कई करोड़ लोगों का डाटा बाहर, जो वास्तव में चिंता का विषय है, इसलिए भारत सरकार ने इस तरह की गाइडलाइंस जारी की है, जिससे भारत के नागरिकों का डाटा भारत में ही रहें।










 












1/8/21

By adopting these measures, you can also avoid hacking, know how? इन उपायों को अपनाकर आप भी हैंकिग से बच सकते हैं, जानिये कैसे?

आखिर कैसे पता करें कि हमारा फोन हैक हुआ है कि नही?


इस लेख में हम यही जानने का प्रयास करेगें कि हमारे द्वारा प्रयोग में लाया जाने वाला फोन किसी अन्य के द्वारा उपयोग में तो नही लाया जा रहा है।

By adopting these measures, you can also avoid hacking, know how? इन उपायों को अपनाकर आप भी हैंकिग से बच सकते हैं, जानिये कैसे?


आज टैक्नालॉजी के दौर में हर व्यक्ति अपने और अपने फोन की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जो ये नही जानता कि उसके फोन की गतिविधियों को रिकार्ड किया जा रहा है, वो कहाँ जा रहा है, किससे मिल रहा है, किन-किन वेबसाइट पर विजिट कर रहा है, सबकुछ एक हैकर के द्वारा देखा जाता है।


यहाँ इन्हीं कुछ बिन्दुओं पर प्रकाश डालने का प्रयास किया जायेगा कि वास्तव में हम कैसे जान पायेगें कि हमारा फोन किसी के द्वारा पढ़ा जा रहा है।

आइये यहां पर 8 बिन्दुओं के माध्यम से जानने का प्रयास करते है कि आप कैसे पता लगा सकते हैं कि आपके फोन की गतिविधियों को रिकार्ड किया जा रहा है।


1. आपके पास एक स्मार्टफोन है और उसकी बैटरी लगभग 5000 Mah की है, और पूरी बैटरी को चार्ज करने पर फोन पूरे दिन आसानी से चल जाता है, परन्तु कुछ ही दिन बाद आपको ऐसा लगता है कि आपका फोन पहले की अपेक्षा अब आपका फोन सिर्फ 2-3 घंटे ही चल पा रहा है, तो आप समझ सकते है कि कुछ न कुछ गड़बड़ अवश्य है, आपका फोन किसी के द्वारा पढ़ा जा रहा है, आपके फोन के बैकग्राउण्ड में कुछ एप्लीकेशन भी एक्टिव है जिन्हें आपके द्वारा खोला भी नही गया है,जिसके कारण आपके फोन की बैटरी गर्म बहुत तेजी से खत्म हो रही है।


2. आपके द्वारा अपनी Gallery को Open किया जाता है कि और देखा जाता है कि आपकी गैलरी में कुछ ऐसी फोटो भी पड़ी हुयी है, जो आपके द्वारा कभी खीचीं ही नही गयी थी। और आप उन्हेंं स्मरण भी नही कर पा रहे है कि उक्त फोटो वास्तव में आपके द्वारा कब खीचीं गयी थी, यदि आपकी गैलरी में ऐसी फोटो दिखायी दे ,तो आप समझ जाइये कि आपकी अनुमति के बगैर कोई दूसरा व्यक्ति है जो Remotely आपके कैमरे को एक्सेस करने का प्रयास कर रहा है, आपकी गतिविधियों Activity को देख रहा है, और आपकी Permission के बिना आपके कैमरे से फोटो भी खींच रहा है।


3. आपके स्मार्टफोन की मैमोरी 128 GB और उसकी RAM क्षमता 8GB है, उसके बावजूद आपको लगता है कि कुछ दिनों से आपका फोन हैंग कर रहा है,या किसी भी एप्लीकेशन को आपके द्वारा ओपेन किया जाता है तो वो एप्लीकेशन स्वतः बन्द हो जाता है, या किसी एप्लीकेशन के खुलने में काफी समय लगता है तो समझ लेना चाहिए कि कुछ न कुछ कमी जरूर हो रही है।


4. दिन भर आपने अपने Smartphone के नेट को बन्द करके रखा हुआ है, और सिर्फ Facebook Surfing,या 1-2 वीडियों देखते ही आपका सारा डाटा (Consume) खत्म  हो जाता है, जबकि प्रतिदिन आपकी डाटा लिमिट 2GB है। आपने नेट पर कुछ देखा भी नही, और तेजी से आपका डाटा खत्म हो गया तो ये गलत संकेत हो सकता है आपके स्मार्टफोन के लिए।


5. यदि हम स्मार्टफोन में मौजूद किसी भी एप्लीकेशन को ओपेन करते हैं, और कुछ अलग प्रकार से Behavior करने लगें या उसमें Random तरीके से कोई Popup मैसेज बार-बार आता रहता है, और आपको परेशान करता रहता है, तब भी हम इस बात से इन्कार नही कर सकते हैं कि कुछ गलत गतिविधियों के कारण ऐसा हो रहा है। हमें तुरंत सतर्क होने की जरूरत है।


6. कई बार हम सभी के द्वारा ऐसी Websites पर भी विजिट किया जाता है, जिन पर हमें विजिट नही करना चाहिए, विजिट करते समय Websites द्वारा मांगी गई Permission को हम सभी अक्सर Allow कर देते हैं, जिसके कारण स्मार्टफोन में ढेर सारे Popup मैसेज आने लगते हैं, और हर मिनट 5-5 पॉपअप मैसेज आने से आपका फोन स्लो होने लगता है और आपके फोन में अलग प्रकार की गतिविधियां होने लगती है, आपका फोन अनावश्यक तरीके से वाइब्रेट करने लगता है, जिसके कारण फोन हैंग होने लगता है, और हम सभी परेशान होने लगते हैं, ये कारण भी हो सकता है कि आपका फोन किसी के द्वारा हैक कर लिया गया है, या आपके फोन का एक्सेस किसी और के पास चला गया है।


7. आपकी गतिविधियों को देखने के पीछे एक कारण और भी हो सकता है जब आप Play STORE से ऐसी एप्लीकेशन डाउनलोड करते है जो न चाहते हुए भी आपके फोन की गतिविधियों को देखती है, आपके फोन के मैसेज को पढ़ती है, आपके कॉन्टैक्ट को देखती है। तो ये भी गलत है।


''उदाहरण के तौर पर यदि एक फ्लैशलाइट एप्लीकेशन आपसे आपके कॉन्टैक्ट या मैसेज को पढ़ने की परमीशन मांगे तो ये पूरी तरह से गलत हैं।''


यदि आपका फोन वास्तव में बहुत गर्म हो रहा है, लेकिन इसे इतना गर्म नही होना चाहिए तो समझ जाये कि कुछ गड़बड़ है, आज बाजार में बहुत सारे ऐसे FAST CHARGER और Rapid Charger आ गये है, जो फोन को बहुत तेजी से चार्ज कर देते हैं, और उस दरम्यान फोन गर्म भी हो जाता है। लेकिन यदि आप फोन चार्ज न करें और इसके बावजूद फोन यदि गर्म हो रहा है तब इसका मतलब है कि आपके फोन में कोई Application है जो बैकग्राउन्ड में रन कर रही है। ये भी कारण हो सकता है कि आपकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।


8. कई वेबसाइट्स को विजिट करते समय उन Websites के द्वारा हमसे हमारी Locations की परमीशन मांगी जाती है, या नोटीफिकेशन भेजने की परमीशन मांगी जाती है, और कई बार ऐसी बेवसाइट्स पर हम सभी परमीशन को Allow भी कर देते हैं, जाने अनजाने हमसे भूलवश कुछ ऐसी साइट्स को भी परमीशन दे दी जाती है, जो सिर्फ हमारी गतिविधियों को नजर रखने का कार्य करती है। एक बार परमीशन मिल जाने पर वो हमारे स्मार्टफोन के सभी Activity को Watch करने लग जाती है।


क्या है बचने के उपायः


किसी भी प्रकार की हैंकिंग से बचने के लिए सावधानी ही जरूरी है, और थोड़ी सावधानी करके ही हम अपने आपको ऑनलाइन ट्रैक होने से बचा सकते हैं।


  • किसी भी वेबसाइट को विजिट करने से पहले हमें इस बात की पुष्टि कर लेनी चाहिए कि उक्त वेबसाइट भरोसेमंद है या नही, और यदि जब तक आप इस बात की पुष्टि नही कर लेते हैं, तब तक आपको किसी भी परमीशन के लिए अलाऊ नही करना है।


  • किसी भी इनाम, उपहार, अथवा फ्री रिचार्ज के लिंक पर क्लिक बिल्कुल भी न करें, लिंक पर क्लिक करते ही आपके फोन का डाटा आसानी से कम्प्रोमाइज हो सकता है, जिससे आपके फोन की गतिविधियों को आसानी से रिकार्ड किया जा सकता है।


  • किसी भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन को इंस्टाल करने से बचना चाहिए, सिर्फ प्ले स्टोर अथवा एप स्टोर से ही एप्लीकेशन को डाउनलोड करना चाहिए।


  • यदि किसी एप्लीकेशन को प्रयोग में नही ला रहे हैं, तो इस तरह की एप्लीकेशन की परमीशन को हमेशा बन्द करके रखना चाहिए। तभी अलाउ करना उचित होता है जब आप उक्त एप्लीकेशन को प्रयोग में ला रहे हैं।


  • यदि संभव हो तो हर तीसरे अथवा छठवे माह में अपने स्मार्टफोन Factory Reset जरूर करने का प्रयास करें, इससे दो बातें होगीं पहली ये कि आपके मोबाइल से सभी जंक फाइले भी हट जायेगीं जिसने आपके फोन में अनावश्यक स्पेस को कवर करके रखा हुआ है। दूसरी ये कि किसी भी एप्लीकेशन के द्वारा यदि आपकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, तो फैक्टरी रिसेट करने से उस समस्या का समाधान हो पायेगा।


इसी प्रकार से छोटी-छोटी बातों को ध्यान रखकर आप अपना और अपने स्मार्टफोन को सुरक्षित रख पायेगें।

आशा है आपको उक्त लेख पसन्द आया होगा।