डेबिट कार्ड Debit Card :-
सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाली Plastic Money है, जिसे दुनिया में सभी लोग प्रयोग करते हैं।
Debit card हमारे/आपके बचत खाते से Linked होता है, और लिंक्ड होने के कारण ही हम इसका प्रयोग करके कहीं से भी पैसा निकाल सकते हैं।
"डेबिट कार्ड को क्रेडिट कार्ड की तुलना में सुरक्षित भी माना जाता है।"
जैसे डेबिट कार्ड पर 16 Digit का कार्ड नम्बर, Expiry Date, कार्ड धारक का नाम तथा पीछे की तरफ 3 digit का CVV number भी होता है, (जिसका प्रयोग सिर्फ ऑनलाइन ट्रांसेक्शन हेतु ही किया जाता है)
जिस डेबिट कार्ड से हम सभी पैसो को Transaction करते है उसके लिए हमें अपने Pin की आवश्यकता होती है,और बिना Pin के ट्रांन्जेक्शन पूरा नही होता है।
इसलिए यदि हमारा डेबिट कार्ड कहीं पर गिर जाता है तो हमें बहुत ज्यादा घबराने की आवश्यकता नही है, क्योंकि बिना रजिस्टर्ड मोबाइल के न तो पिन को परिवर्तित Change किया जा सकता है, और न ही पैसे निकाले जा सकते हैं।
अब हम बात करते है क्रेडिट कार्ड के बारे में।
क्रेडिट कार्ड Credit Card:-
डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड के बहुत सारे फायदे है, अर्थात् ये कई प्रकार की विशेषताओं से लैस होता है, कुछ बिन्दुओं से जानिये इनकी विशेषताओं के बारे में
1). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड को प्राप्त करना कठिन है, क्योकि क्रेडिट कार्ड हमारी सैलरी एवं बचत के आधार पर दिया जाता है और इसको दिये जाने से पहले क्रेडिट कार्ड कंपनी हमारे CIBIL SCORE को देखती है, जिसके माध्यम से उन्हें इस बात का पता चलता है कि हमारे द्वारा किसी प्रकार के लोन लेने पर हम सभी उसका भुगतान कर पायेगें कि नही।
2). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड में ढेर सारे रिवार्ड भी मिलते हैं जैसे कैशबैक, तथा रिवार्ड पांइन्ट (जिनका प्रयोग हम Online Shopping में भी कर सकते हैं)
3). डेबिट कार्ड की अपेक्षा क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालना नुकसानदेय हो सकता है, यदि आप इसका भुगतान समय पर नही करते है, क्योंकि क्रेडिट कार्ड से धनराशि निकालने पर हमारे ऊपर Cash Withdrawal Penalty चार्ज भी लग जाता है और ये बहुत ज्यादा होता है, इसलिए क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालने से बचना चाहिए।
4). Cash Withdrawal में जो वापसी की लिमिट होती है वो 30-40 दिवस की होती है, आपके द्वारा यदि इतने दिनों में पैसा नही जमा किया जाता है, तो कंपनी इस Heavy Interest लगाती है, और आपका खर्च भी बढ़ जाता है।
5). Credit card से लोन लेने की सुविधा भी होती है,आप जब चाहे इस पर लोन ले सकते है, और यदि आप इस लोन का भुगतान समय पर करते है, तो आपके ऊपर किसी भी प्रकार की पेनाल्टी नही लगती है, समय पर लोन का भुगतान करने से आपका सिबिल स्कोर भी मजबूत होता है, और भविष्य में भी लोन मिलने की संभावना प्रबल होती है।
क्या है Rupay Card, Master Card, और Visa Card?
हम सभी देखते है कि हम सभी के पास जो कार्ड उपलब्ध होते है, उन पर VISA, RUPAY अथवा MASTER CARD अंकित रहता है, परन्तु कभी आपने ये जानने का प्रयास किया कि ये वास्तव में होते क्या है?
ये सभी Card Network होते है, भारत देश में यदि इन कार्ड नेटवर्क के हिस्सेदारी की बात की जाये तो 50% वीजा कार्ड, 30% Master card तथा 20% RUPAY कार्ड का स्वामित्व है, अर्थात् इतने प्रतिशत लोग उक्त कार्डो को प्रयोग करते है, और ये इनकी संख्या को दर्शाता है।
जब एटीएम कार्ड को लांच किया गया था, तब हम सभी उसी ब्रांच के एटीएम मशीन से पैसे निकाल सकते थे जिस बैंक का वो कार्ड होता था, परन्तु जैसे-जैसे समय बीतता गया और बैंकिंग नेटवर्क का विस्तार हुआ तब बैंकिंग नेटवर्क के माध्यम से हम सभी अन्य ब्रांच के एटीएम से भी पैसे निकालने लगे।
कार्ड नेटवर्क अर्थात् वीजा, मास्टरकार्ड तथा रूपे कभी भी किसी के साथ डाटा शेयर नही करते है।
हमारे कार्ड का डाटा सिर्फ दो जगहों पर मौजूद होता है-
पहला हमारी शाखा पर जहां पर हमारा बचत खाता होता है-
दूसरा हमारे कार्ड नेटवर्क प्रोवाइडर के पास-
डाटा नेटवर्किंग के जरिये ही हम सभी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। और हमें ओटीपी भेजने का काम भी यही नेटवर्क कंपनियां करती है।
ये नेटवर्किंग कंपनियां कहां की है?
भारत में तीन नेटवर्किंग कंपनियां काम कर रही हैः
VISA
MASTER CARD
RUPAY
इन तीनों कम्पनियों में वीजा, एवं मास्टरकार्ड AMERICAN COMPANY है, इन दोनों कम्पनियों की भारत में क्रमशः 50 प्रतिशत एवं 30 प्रतिशत की भागीदारी है। उसी प्रकार RUPAY CARD भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है, ये नेटवर्क भी 20 प्रतिशत के साथ तीसरे नम्बर पर आता है।
वीजा तथा मास्टरकार्ड का नेटवर्क Internationally काम करता है,अर्थात् उक्त नेटवर्किंग के कार्ड पूरे विश्व में प्रयोग में लाये जाते है।
परन्तु रूपे कार्ड सिर्फ भारत में ही प्रयोग किया जाता है, परन्तु विदेशों में प्रयोग हेतु रूपे ने भी International कार्ड जारी किया है, जिसका प्रयोग विदेशों में भी किया जा सकेगा। जिसे हम Platinum card के नाम से जानते है।
मास्टरकार्ड का विवाद क्योंः
6 अप्रैल 2019 को ही सरकार ने कह दिया था कि वीजा या मास्टरकार्ड हमारे देश के खाताधारकों के डाटा के रखरखाव हेतु भारत में ही डाटा सेंटर स्थापित करें,परन्तु उनके द्वारा ऐसा नही किया गया। अभी हाल ही में Reserve bank of India ने भी मास्टरकार्ड को स्पष्ट रूप से कह दिया था कि वो भारत के लोगों का डाटा सेंटर भारत में ही दिनांकः 22 जुलाई, 2021 तक स्थापित करें अन्यथा उसको कार्ड जारी करने की अनुमति नही प्रदान की जायेगी।
परन्तु अभी तक मास्टरकार्ड की तरफ से इस तरह की कोई पुष्टि नही की गयी थी।
R.B.I का ये कथन सही भी है, क्योंकि Master card को Server तथा डाटा सेंटर America में है, जिसके कारण भारत में रहने वाले मास्टर कार्ड उपभोक्ता के डाटा अमेरिका स्थित डाटा सेंटर पर मौजूद है, अर्थात् कई करोड़ लोगों का डाटा बाहर, जो वास्तव में चिंता का विषय है, इसलिए भारत सरकार ने इस तरह की गाइडलाइंस जारी की है, जिससे भारत के नागरिकों का डाटा भारत में ही रहें।