क्या है क्रिप्टोकरेंसी का मतलबः
What is the meaning of cryptocurrency:
और ये सभी ट्रेड एक कोड के जरिये ही चलता है।
जैसे : Ethereum, Bitcoin, Dogecoin आदि।
क्रिप्टोकरेंसी में कई करेंसी होते है।
जैसेः
- Bitcoin
- Dogecoin
- Ethereum
- XRP
- Stellar
- Cardano
- ChainLink
- Neo
- Bitcoin Cash
- LiteCoin
- NameCoin
- PrimeCoin
- PeerCoin
क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताएं Features of cryptocurrency:
1. इसे वैध मुद्रा के बदले खरीद सकते हैं।
2. क्रिप्टोकरेंसी एक डिसेन्ट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है और एक ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है।
3. जिस प्रकार हम सभी शेयर में ट्रेंडिंग करने के लिए डिमैट अकाउन्ट का प्रयोग करते है, उसी प्रकार से क्रिप्टोकरेंसी में भी उसी प्रकार से ट्रेडिंग कर सकते हैं।
4.Crypto Currency हर जगह पर स्वीकार योग्य नही है, इसलिए इसका प्रयोग सीमित मात्रा में ही होता है।
5. भारत में इस करेंसी पर सरकार का स्वामित्व नही है, अर्थात् इसमें किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर सरकार की कोई जिम्मेदारी नही होती है।
क्या है इसके नुकसान What are its disadvantages:
- सरकार द्वारा कोई नियंत्रण नही होने के कारण इसका आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल होने की प्रबल संभावना हो सकती है।
- इसका सभी जगहों पर इस्तेमाल नही किया जा सकता है।
- कई देशों में इसका चलन नही होने के कारण ये लेन-देन के प्रयोग में नही लाई जा सकती है।
- भविष्य में इस गुप्त मुद्रा का क्या होगा, किसी को कुछ पता नही है, इसमें कब कितना परिवर्तन आ जाये ये भी स्पष्ट नही है।
पूरी दुनिया में 10-12 करोड़ लोग ही इसमें निवेश करते है, जो बहुत बड़ी संख्या नही है, इसलिए पूरी तरह से इसको सुरक्षित नही माना जाता है।
इन सबके बावजूद Cryptocurrency में लोगों की रूझान बढ़ता जा रहा है, आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि अप्रैल, 2020 में Cryptocurrency में लोगों का निवेश 923 मिलियन डॉलर के आसपास था, जो मई 2021 में बढ़कर 6.6 बिलियन डॉलर हो गया, जो बहुत बड़ा नम्बर है।
इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें लोगों की रूचि दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। और लोग इसमें निवेश करने के बारे में लगातार जानकारी लेते हुए भी दिख जाते है।
किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड नही किया जा सकता है?
In which countries cryptocurrencies cannot be traded?
चीन
बांग्लादेश
नेपाल
कतर
बेल्जियम
तुर्की
ईरान
अल्जीरिया
इंडोनेशिया
आदि देशों में इस पर पूरी तरह से रोक है,परन्तु हमारे भारत वर्ष में ऐसा कानून नही है जो इसमें निवेश करने से रोक लगाता हो।
यहां पर ये बताना समीचीन प्रतीत होता है कि G 20 देशों में लगभग 18 देशों ने जिसमें इसको Regulate किया जा चुका है, अर्थात् वहां पर ये Illegal (अवैध) नही है वहां की सरकारों द्वारा Taxation को प्रावधान कर दिया गया है, चूंकि भारत में ये अभी ग्रे एरिया में है, और इसके यूजर्स लगातार बढ़ रहे हैं, और 600% से भी ज्यादा इसके उपभोक्ता बढ़ चुके हैं। लिहाजा ये कहा जा सकता है कि भारत में इसमें निवेश हेतु कोई कानून न होने के कारण इसमें लोग निवेश कर भी रहे हैं।
और भारतीय रिजर्व बैंक भी इस दिशा में कार्य कर रहा है, जिससे इसको रेग्यूलेट किया जा सकें।