आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने देश का बजट प्रस्तुत किया,
इस बजट से कई लोगों को काफी उम्मीद थी, परन्तु सभी को संतुष्ट करना संभवतः इस बजट में संभव नही था परन्तु इस बजट की कुछ खास बातें यहां पर आप सभी का जानना जरूरी है।
जैसा हम सभी जानते हैं कि अभी 5 राज्यों यथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर तथा गोवा में विधानसभा के चुनाव होने है, जिसकी अधिसूचना निर्वाचन आयोग द्वारा जारी भी कर दी गयी है, और सभी की निगाहें इसी बजट पर टिकी हुई थी इस कारण यह बजट और भी महत्वपूर्ण हो जाता है,
हम इस बजट की कुछ पांच जरूरी बातों को बताना चाहेगें, कि बजट में किसकों क्या मिला और किसे निराशा मिली।
यह बजट की उस 5 बातों को जानने का प्रयास करते हैं जो इस बजट की सबसे खास बात रही
1. इस बजट में गंगा के किनारे के क्षेत्रों को प्राकृतिक फार्मिंग के रूप में विकसित किये जाने के लिए सरकार ने इस बजट में प्रावधान किया है, जिसकी वजह से बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा उत्तराखंड इन पांच राज्यों में इस कार्य को गति देने की बात कहीं गयी है, जिससे किसानों को लाभ मिलने की संभावना है।
2. सबसे ज्यादा ध्यान वर्चुअल करेंसी (Cryptocurrency) पर दिया गया है जो इस साल आरबीआई (Reserve bank of India) के द्वारा जारी किए जाने की संभावना है सरकार डिजिटल करेंसी लाने की बात कर रही है और वर्चुअल करेंसी के माध्यम से होने वाली आय में आपको 30% तक टैक्स देना पड़ सकता है.
बता दे भारत में 10 करोड़ के लगभग या इससे भी ज्यादा लोग क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करते हैं और सरकार इसके लिए ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगी.
3. जिन राज्यों में पर्वत/पहाड़ हैं, जैसे हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड इत्यादि राज्यों के लिए सरकार पर्वतमाला योजना भी लेकर आ रही है, जिससे पहाड़ों में ट्रान्सपोर्टेशन/सामानों को ले जाने वाली सुविधा में समस्याओं का सामना नही करना पड़ेगा।
ये योजना खासतौर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में बेहतरीन साबित होगी।
4. 80 लाख घर बनाए जाने की घोषणा इस बजट में की गई है जिसके लिए सरकार ने 48000 करोड रुपए का बजट जारी किया है इसके माध्यम से सरकार गरीबों को सुलभ मकान उपलब्ध करवाने का काम करेगी, जिसमें शौचालय के साथ-साथ पीने के पानी की भी व्यवस्था की जायेगी।
5. फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए तथा छोटे किसानों को नया स्टार्टअप प्रारम्भ करने के लिए कृषि के क्षेत्र में क्रेडिट गारंटी की योजना को नया आयाम देने का प्रयास किया गया है, जिससे किसानों को इसका लाभ मिलने की संभावना है।
निराशा जहां पर कुछ बढ़ोत्तरी नही की गयी।
- नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद थी कि इस बार टैक्स स्लैब में बदलाव किए जाएंगे परंतु सरकार ने इस में कोई भी बदलाव नहीं किया है.
- यदि स्वास्थ्य के क्षेत्र की बात की जाए तो सरकार ने इस बार कोई भी नई घोषणा नहीं की है कि है क्योंकि पिछले बजट में सरकार ने 2.38 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की थी और इस बार भी घोषणा किए जाने की उम्मीद थी परंतु स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार ने इस बार कोई भी बढ़ोतरी नहीं की है.
- किसानों को उम्मीद थी कि किसान सम्मान निधि 6000 से बढ़ाकर ₹9000 कर दी जाएगी परंतु सरकार के द्वारा किसान सम्मान निधि में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई इसलिए इस बार किसानों को निराशा ही हाथ लगी.