भाजपा की लहर में सभी पार्टियों का सूपड़ा साफ 5 राज्यों में से 4 राज्यों में भाजपा ने फहराया अपना झण्डा।
ये उत्तर प्रदेश के इतिहास में किसी पार्टी द्वारा दुबारा जीतना पहली बार है जब पूर्ण बहुमत के साथ किसी पार्टी ने यहां पर अपनी जीत दर्ज की है।
इस बार के विधानसभा के चुनाव में कई उलटफेर भी देखने को मिले। जहां 2017 के मुकाबले बहुजन समाज पार्टी को सिर्फ 1 सीट प्राप्त हुयी, वहीं दूसरी तरफ पूरे प्रदेश में घूमकर प्रचार करने वाली प्रियंका गांधी के खाते में सिर्फ 2 सीटे ही गयी।
इस बार का चुनाव सिर्फ दो पार्टियों के बीच में ही रहा। भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी।
- उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से इस बार भारतीय जनता पार्टी को 256 सीटों में जीत मिली जो कि 2017 के मुकाबले कम है।
- वहीं उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की, परन्तु भाजपा के लिए सबसे तगड़ा झटका तब लगा जब वहां के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने विरोधी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन कापड़ी से हार गये इसके बावजूद सूत्र यहीं कह रहें हैं कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी ही बनेगें।
- उसी प्रकार मणिपुर की 60 सीटों में से भाजपा को 32 सीटों पर जीत हासिल हुयी और वह मणिपुर में भी अपनी सरकार बनाने में कामयाब हो गयी है।
- उसी प्रकार गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने 20 सीटें प्राप्त करके विरोधी को परास्त कर दिया।
- कौशाम्बी जनपद की सिराथू सीट से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को हार का सामना करना पड़ा, जहां पर उन्हें समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डा0 पल्लवी पटेल ने 7337 वोटों से हरा दिया।
- उत्तर प्रदेश की कुण्डा सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन यादव रघुराज प्रताप सिंह से हार गये।
- BJP छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या फाजिलनगर सीट से हार गये, उन्हें भारतीय जनता पार्टी के सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा ने हरा दिया।
- नोयडा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुनील चौधरी पंकज सिंह से 181,513 वोटों के अन्तर से हार गये।
- उसी प्रकार गोरखपुर की सीट से आदित्यनाथ ने अपने विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार सुभापति उपेन्द्र नाथ शुक्ला को 103,390 वोटों के अन्तर से हरा दिया।
- पहला प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री रहें पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से हार गये, उन्हेंं इंडियन नेशनल कांग्रेस के भुवन चन्द्र कापड़ी ने 6579 वोटों से हरा दिया।
- उसी प्रकार कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी हार का मुंह देखना पड़ा वो अपने विपक्षी उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी के डा0 मोहन सिंह विष्ट से 17,527 वोटों से हार गये।