लांच होने वाली है 5 जी सेवाएं क्या तैयार है आप?
जी हाँ ये हम नही विशेषज्ञ कह रहे हैं।
भारत में 4G को लांच हुए लगभग 7 वर्ष व्यतीत होने को है और लोग 4जी की स्पीड से भी परेशान रहने लगे है। क्योंकि आवश्यकता ने ही इंसान को भूखा बना दिया है। अन्य देशों के मुकाबले अभी भारत इस क्षेत्र में बहुत पीछे है। 5G की सेवाएं आ जाने से बहुत चीजों पर हमें सहूलियत मिलने लगेगी। जिस पर हम विस्तार से चर्चा भी करेंगे।
आपको बता दे भारत में 4G सेवाओं की सबसे पहले शुरूआत एयरटेल कम्पनी ने की थी जिसने 2012 में बंगलुरू से इसकी शुरूआत की और ब्रॉडबैंड के रूप में सर्वप्रथम इसकी शुरूआत हुई।
लेकिन धीरे-धीरे इसमें विस्तार करते हुए एल.टी.ई बेस्ड स्मार्टफोन के लिए भी एयरटेल ने सितम्बर 2016 में अपनी इस सेवा की भी शुरूआत कर दी। जिससे लोग एयरटेल 4 जी की आनंद अपने स्मार्टफोन में भी लेने लगे।
इससें पहले देश में 3G SERVICES बहुत तेजी से बढ़ रही थी और सबसे पहले भारत में इन सेवाओं को प्रदान करने का श्रेय एम.टी.एन.एल (महानगर टेलीकॉम नगर लिमिटेड) को जाता है, जिसने दिल्ली में सबसे पहले इस सेवा की शुरूआत की। उस वक्त उसका साथ बी.सी.एन.एल ने दिया। दोनों ने मिलकर अपनी सेवाओं का विस्तार बहुत तेजी से किया। उस समय आइडिया, और वोडा आदि कम्पनियों का उतना महत्व ही नही था।
परन्तु आज की तारीख में M.T.N.L तथा B.S.N.L काफी घाटे में चल रही है। क्योंकि सेवाओं में अत्यधिक कमी, ग्राहकों की असंतुष्टि, नेटवर्क की धीमी गति आदि के कारण ये कम्पनियां घाटे में चली गयी, और सरकार का भी ध्यान इस ओर नही गया जिसके कारण ही ऐसा हुआ।
वैसे 5G की टेस्टिंग सभी कम्पनियां अपने-अपने स्तर से लैब में कर रही है, जो Demonstration के रूप में हो रहा है। अभी हाल में एयरटेल ने इसी का प्रयोग करते हुए कामर्शियल नेटवर्क पर इसकी टेस्टिंग की है। पर्याप्त मात्रा में स्पैक्ट्रम उपलब्ध होते ही, तथा भारत सरकार की मंजूरी मिलते ही कम्पनियां इस पर बहुत तेजी से काम करने लगेगीं। वर्तमान में हम सभी 4 जी नेटवर्क का प्रयोग कर रहे है, जिसकी स्पीड हम सभी को कम लगने लगी है।
लेकिन इसी बीच सुकून वाली खबर ने लोगों के मन में 5G को लेकर उत्साह और बढ़ा दिया है।
कम्पनियों का यही प्रयास होगा कि 4जी के दामों में ही ग्राहकों को 5G की सेवाएं प्रदान करें।
क्या खासियत है 5G की? आइए अभी जानते है (What is the specialty of 5G? let's know now)?
1. 4 जी के मुकाबले 5जी की गति लगभग 15 गुने से भी ज्यादा है। मतलब 5जी से हमारी डाउनलोडिंग स्पीड काफी ज्यादा होती है, और वास्तव में इसके माध्यम से आप सिर्फ मिनटों में ही 1 जीबी या 2 जीबी की मूवीज को आसानी से डाउनलोउ कर सकते है।
2. 5 जी के माध्यम से 4 के अथवा 8 के कंन्टेट को बिना बफरिंग के देख पायेगें।
3. 5 जी में हमें 1जीबी/एस तक की डाउनलोडिंग की गति और 300 से 400 एमबी/पीएस की स्पीड से अपलोडिंग करने की सुविधा भी मिलेगी।
4. 5 जी के माध्यम से मेडिकल/स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आ जायेगी, जिससे रोबोटिक सर्जरी काफी आसान हो जायेगी। टेलीमेडिसिन के जरिये आसानी से आपरेंशन हो पायेगें।
5. इन सबके अलावा 5जी टेक्नॉलॉजी की मदद से सेल्फ ड्राइविंग कार, स्मार्ट कार तथा ऑनलाइन लर्निंग के क्षेत्र में भी क्रांति आयेगी।
6. 5 जी टेक्नोलॉजी के माध्यम से ट्रैफिक के क्षेत्र में काफी सुधार होगा, जिससे यातायात की सुविधाओं में अत्यधिक विस्तार होगा, और जाम की स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सकेगा।
अभी हाल ही में व्हाट्सएप पर 5G टेस्टिंग को लेकर नकारात्मक संदेश प्रसारित हो रहा था कि 5जी की टेस्टिंग बंद की जाये, जिससे लोगों की मृत्यु हो रही है। लेकिन ये गलत संदेश प्रसारित किया जा रहा है। इस टेस्टिंग से बीमारी फैलने के दावे को पूरी तरह से गलत बताया है प्रोफेसर अभय कंदरीकर जी ने जो वर्तमान में कानपुर आई.आई.टी के निदेशक तथा "Experimental Spectrum License Policy Making Committee" लाइसेंस पॉलिसी मेकिंग कमेटी के चैयरमैन भी है।
प्रो0 कंदरीकर की टीम ने ग्रामीण ब्रॉडबैंड पर काम करने और ग्रामीण भारत में डिजिटल सशक्तिकरण में योगदान के लिए मार्च 2017 में मोज़िला ओपन इनोवेशन चैलेंज का पुरस्कार भी जीता।
प्रो0 कंदरीकर द्वारा बताया गया है कि इस 5G टेस्टिंग का मानवीय सेहत पर कोई भी बुरा प्रभाव नही पड़ेगा, इसके रेडियेशन से कोई नुकसान नही है, लेकिन काफी लम्बे समय तक मोबाइल प्रयोग करने से मोबाईल हीट हो सकता है।
यहां पर यह भी बताना है कि अभी कुछ ही दिन पहले केन्द्र सरकार के समक्ष 16 कंपनियों ने 5जी टेस्टिंग के लिए अप्लाई किया था, जिसमें 13 कंपनियों को केन्द्र सरकार द्वारा 5जी ट्रायल को मंजूरी दे दी है। लेकिन टेस्टिंग के दौरान किसी भी कम्पनी को कामर्शियल ट्रायल की अनुमति नही दी गयी है।
इंटरनेट पर मौजूद स्रोतों से ऐसा भी पता चला है कि भारत में सबसे पहले 5जी रिलांयस जियों ही लेकर आयेगी। जिसने अभी हाल में अमेरिकी चिपसेट कम्पनी क्वॉलकाम के साथ हाथ मिलाया है। और बहुत तेजी से इस दिशा में कार्य भी कर रही है।
आपको बता दें कि भारत में जियो ने जब अपनी 4जी सेवा लांच की थी, तो फ्री में ही सारी सुविधाएं जैसे डाटा, इंटरनेट, मैसेजेस आदि और जियो सर्विसेस प्रदान की गयी थी। जिससे बाद सारी कम्पनियों ने अपने प्लान में बहुत कमी कर दी थी।
इसके अलावा एयरसेल, टाटा डोकोमो, टेलीनॉर जैसी कम्पनियों का अस्तित्व ही खत्म हो गया। तो कुछ कम्पनियों का दूसरी कम्पनियों में विलय हो गया।
अब वर्तमान परिप्रेक्ष्य के हिसाब से देखना है कि जियो फिर से अपने इतिहास हो दोहरा पाती है, या ये बाजी एयरटेल या वोडाफोन मारती है।
किन किन देशों में वर्तमान में 5G की सेवाएं मौजूद है।
वैसे से बहुत सारे देशों ने अपने देश में 5G का प्रारम्भ कर दिया है, और कुछ देश तो 6जी पर भी काम कर रहे हैं।
5G की सेवा देने वाले अग्रणी देशों में
1- संयुक्त राज्य अमेरिका
2-चाइना
3-कनाडा
4-सिंगापुर
5-दक्षिण कोरिया
6-न्यूजीलैंण्ड
7-डेनमार्क
8-जर्मनी
9-रूस
10-नार्वें
11-स्विटजरलैंड
11-ताइवान
12-कतर
13 -सऊदी अरब
इसके अलावा भी कई देशों में 5जी की सेवाओं प्रारम्भ हो चुकी है।
इसे भी जान लीजिए।
भारत में अभी कौन-कौन से स्मार्टफोन हैं जिनमें 5G का फीचर दिया गया है।
देखिये वैसे तो भारत में भले ही 5G की सर्विस अभी चालू नही हुयी है, लेकिन कई कम्पनियों ने अपने फोन में 5G का सपोर्ट दे दिया है।
इसका एक कारण ये भी है भारत में सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि सम्भवतः दिसम्बर तक 5G की सेवा चालू हो जाये। अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नही की गयी है। लेकिन हर कम्पनी अपने स्तर से बहुत से इस पर काम कर रही है।
कम्पनियों ने 20000 मूल्य से भी कम दाम पर 5G इनेबल्ड डिवाइसेस लांच कर दिया है, कुछ पापुलर डिवाइसेस इस प्रकार है।