31 मार्च, 2021 से 30 जून 2021 की प्रथम तिमाही के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भारी कटौती की गयी है।
सरकार द्वारा ऐसी बहुत सी
बचत योजनाएँ संचालित की गयी हैं जिनमें सरकार अच्छा ब्याज देती आ रही है, परन्तु आज ही सरकार द्वारा
बचत की इन योजनाओं में कटौती कर दी है। सर्वप्रथम उन बचत योजनाओं के बारे में
जानिये जो सरकार द्वारा चलाई जा रही है और वो पूरी तरह से करमुक्त भी है।
1. लोक भविष्य निधिः यह सभी
लोगों की सबसे विश्वसनीय बचत योजना है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति निवेश करना चाहता है, क्योंकि इस बचत योजना से
बचतकर्ता को तीन स्तरों पर छूट मिलती है अर्थात् मूलधन, सम्पूर्ण ब्याज तथा
परिपक्वता धनराशि जिस पर बचतकर्ता को 1 रूपये का भी कर नही देना पड़ता है। और यह खाता भारतवर्ष में कहीं भी
किसी भी शाखा, डाकघर
अथवा निजी बैंकों में भी खोला जा सकता है।
2. किसान विकास पत्रः उक्त जमा
योजना डाकघर में संचालित होती है जो पूरी 8 साल 7 माह के
लिए होती है, जिसमें
न्यूनतम 500 और
अधिकतम की कोई सीमा नही रखी गई है। यह बचत योजना भी सरकार द्वारा लाई गयी सबसे
बेहतर योजना में से एक है, और
ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को ज्यादा आकर्षित करती है।
3. राष्ट्रीय बचत पत्रः जिसे
नेशनल सेविंग्स सर्टीफिकेट के नाम से भी जाना जाता है, यह योजना भी डाकघर द्वारा
ही लाई गयी, जिस पर
शुरूवात में अच्छा ब्याज मिलता था, जिसकी परिपक्वता अवधि 5 वर्षों के लिए होती है, और आयकर नियमों के तहत करमुक्त होती है।
4. सुकन्या समृद्धि योजनाः
उक्त योजना माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार की योजना ’’बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं’’ योजना के तहत
लाई गयी, जिसका
उद्देश्य अच्छी बचत को प्रोत्साहित करने का था, शुरूआत में सरकार द्वारा इस पर भी अच्छा ब्याज दिया जाता रहा है, परन्तु समय के साथ-साथ
इसमें भी सरकार की तरफ से कटौती की जाती रही है, उक्त बचत योजना भी कर के दायरे में नही आती है, जिसमें निवेश करके बेटी की
शिक्षा और उसके विवाह के समय के लिए अच्छी खासी धनराशि को इकट्ठा किया जा सकता है।
ये खाता भी किसी भी बैंक अथवा डाकघर में पूरे भारत वर्ष में खोला जा सकता है।
5. वृद्ध नागरिक बचत योजनाः
उक्त बचत योजना सरकार द्वारा 60
वर्ष या उससे ऊपर के नागरिकों के लिए लाई गयी योजना है। इस योजना में
सरकार द्वारा अच्छा ब्याज दिया जाता है, यह योजना भी राष्ट्रीयकृत बैंको, तथा डाकघर में खोली जा सकती है।
6. मासिक आय योजनाः- इस योजना
को मंथली सेंविग स्कीम भी कहा जाता है। यह खाता भी आप किसी बैंक अथवा डाकघर में
खोल सकते है, जिससे
प्रत्येक माह आपकों ब्याज के रूप में एक निश्चित धनराशि आपके बचत खाते में मिलती
रहती है, तथा आपका
मूलधन सुरक्षित भी रहता है। इस योजना के तहत आप 450000 रूपये तक अपने अकाउन्ट में रख सकते हैं। जिस पर
प्रत्येक माह आपको एक निश्चित आय प्राप्त होती रहती है, और पॉच वर्ष पश्चात् आपका
मूलधन भी वापस मिल जाता है।
इन सभी स्कीम्स (बचत योजनाओं)
में सरकार अच्छा-खासा ब्याज दे रही थी, परन्तु सरकार द्वारा इन बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती करके बचतकर्ताओं
को एक झटका दिया है।
आइये इस ग्राफ के माध्यम से
देखे कि सरकार द्वारा अभी तक कितना प्रतिशत इन योजनाओं में ब्याज दिया जाता था, और नई ब्याज दरों से कितना प्रभाव पड़ेगा।
चार्ट के माध्यम से आप इन बचत
योजनाओं के बारे में जरूर जानेंगें कि अभी तक इन पर सरकार कितना ब्याज दे रही थी, उक्त परिवर्तित ब्याज दरों से आपकी उक्त धनराषि पर क्या
प्रभाव पड़ेगा
1-सुकन्या में 1000 की मासिक बचत से 5,10,370 हो जायेगें।
लेकिन वर्तमान ब्याज दर से ये सिर्फ 4,63,250 ही होगें।
2- वृद्ध नागरिक बचत योजना में वर्तमान ब्याज दर से 100000 के
आपको 137000 प्राप्त होते, लेकिन नई ब्याज दर से
ये सिर्फ1,32,500 ही मिलेंगें
3 -मासिक आय योजना से 100000 की जमा धनराषि पर 550 मासिक
ब्याज प्राप्त होता, लेकिन नई ब्याज दरों से 483 रूपये ही
प्राप्त होगें।
5 - किसान विकास पत्र पहले 124 माह में परिपक्व होता था, परन्तु
अब 138 माह में पूरा होगा।
लाख पाँच वर्षों में 1,38,949 हो जाता, परन्तु अब सिर्फ 1,33,192 ही
मिलेंगे।