U.P.I ( Unified Payment Interface )
यू.पी.आई जिसका पूरा नाम यूनीफाइड पेमेन्ट्स इंटरफेस है, जो कई बैंक खातों को एक ही प्लेटफार्म पर लेकर आता है, अर्थात् किसी मोबाइल एप्लीकेशन ( जो यू.पी.आई. पेमेन्ट को सपोर्ट करता हो) पर चलता है।
यू.पी.आई पेमेन्ट की शुरूआत NPCI द्वारा 21 सदस्य बैंकों के सहयोग से तत्कालीन भारतीय गर्वनर श्री रघुराम राजन जी ने अपने कार्यकाल में 11 अप्रैल, 2016 को मुम्बई में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत लांच किया। तथा समस्त बैंको ने 25 अगस्त, 2016 से प्ले स्टोर पर अपने सक्षम एप्लीकेशन भी अपलोड करने प्रारम्भ कर दिये।
यू.पी.आई जिसकी शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल में प्रारम्भ की गयी, सरकार द्वारा इस योजना को लाने का उद्देश्य लोगों को डिजिटल भुगतान के प्रति प्रोत्साहित करना था। सरकार का मानना था कि डिजिटलाईजेशन के इस दौर में भुगतान की प्रणाली को भी सुगम बनाया जाये, और सभी लोगों तक इसकी पहुँच सुनिश्चित हो सके।
हमारे भारत वर्ष में करोड़ों की आबादी नगद में भुगतान करने को तवज्जों देती है, क्योंकि ये विकल्प उन्हें सबसे आसान और सुरक्षित लगते हैं। क्योंकि अभी भी कई भारतीयों के मन में ये डर बना रहता है कि कहीं डिजिटल भुगतान से उनकी गाढ़ी कमाई उड़ ना जाये, और वो कुछ नही कर पायेगें।
आंकड़ो पर गौर किया जाये तो जबसे यू.पी.आई की शुरूआत हुई, तबसे इसके भुगतान की प्रक्रिया बढ़ती चली गयी। और प्रतिदिन इसके लाखों ग्राहक बढ़ते चले गये। क्योंकि डिजिटल भुगतान ने इन सभी चीजों को बहुत आसान बना दिया है।
पहले जब इंटरनेट बैंकिंग का जो लोग प्रयोग करते थे, तो इसकी संख्या भी सीमित थी, और इंटरनेट बैंकिंग का लोग कम ही प्रयोग करते थे, लेकिन जैसे-जैसे लोगों की समझ विकसित हुई, तो लोगों ने इंटरनेट बैंकिंग की तरफ भी अपने कदम बढ़ा दिये।
परन्तु इंटरनेट बैंकिग थोड़ी कठिन प्रणाली है जिसको हर व्यक्ति नही चला सकता था, परन्तु इसको सबसे आसान बना दिया तो वो है UPI जिसने लगभग सभी भारतीयों तक अपनी पहुंच बना ली। जिसका नतीजा है कि आज हर स्मार्टफोन यूजर के मोबाइल में हमें यू.पी.आई बेस्ड एप्लीकेशन देखने को मिल जायेगी।
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- यू.पी.आई के फायदें ( Benefit of UPI ):-
यू.पी.आई के कई फायदे है, लेकिन यहाँ पर सिर्फ उन पाँच फायदों के बारे में बताया जायेगा, जो सबसे ज्यादा पापुलर है।
1- यू.पी.आई बेस्ड एप्लीकेशन के माध्यम से आप किसी भी प्रकार के रिचार्ज, बिल भुगतान, पोस्टपेड बिल, हाउस टैक्स, थर्ड पार्टी पेमेन्ट आदि का भुगतान सिर्फ एक ही क्लिक पर कर सकते हैं।
2- अब ऑनलाइन भुगतान हेतु आप यू.पी.आई बेस्ड एप्लीकेशन का उपयोग कर सकते है, जिसके माध्यम से आप किसी भी ई-कामर्स बेवसाइट पर आसानी से भुगतान कर सकते है, आज सभी ऑनलाइन पोर्टल यू.पी.आई पेमेन्ट को स्वीकार करते है।
3- यू.पी.आई से भुगतान करने पर आप एक-एक रूपये का हिसाब रख सकते है, आपको किसी कागज अथवा कलम की जरूरत नही है।
4- यू.पी.आई अब लगभग सभी बैंकों के साथ जुड़ चुका है, प्रथम बार आपकों अपना यू.पी.आई बेस्ड एप्लीकेशन पर यू.पी.आई आई.डी. बनानी है, तत्पश्चात् आपको अपना 4 अथवा 6 अंको का एम.पिन बनाना है। लीजिए आप तैयार है यू.पी.आई भुगतान के लिए। ( यहाँ पर यह बात ध्यान देनी है कि ये एक मोबाइल बेस्ड प्लेटफार्म है, जो आपके उसी स्मार्टफोन में चलता है, जिस मोबाइल नम्बर को आपने अपने बैंक में रजिस्टर्ड करवा रखा है)
5- यू.पी.आई में आपकों अपने कार्ड की कोई भी डिटेल संचित करके रखने की जरूरत नही है, आपका वर्चुअल आई.डी ही आपका अकाउंट नम्बर है, और किसी प्रकार के भुगतान को प्राप्त करने पर आपको इसी पर पैसे प्राप्त होते है।
सरकार आपकी सुरक्षा को लेकर सजग है, और कई परीक्षणों से होकर गुजरने के बाद ये Unified Payment Interface भारतीय रिजर्व बैंक अपने ग्राहकों के लिए और अपनी सुविधा के लिए ही लेकर आया है।
आप उन दस यू.पी.आई थर्ड पार्टी एप्स के बारे में भी जानिए, जिनकी मदद से यू.पी.आई भुगतान बहुत आसान हो गया है।
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