3/7/22

5G services are going to be launched very soon in India for which the cabinet has given its approval.

भारत में बहुत जल्द ही 5 जी सेवाएं लांच होने वाली है, जिसके लिए मंत्रिमंडल ने अपनी स्वीकृति प्रदान भी कर दी है।


आपको बता दें स्पैक्ट्रम की नीलामी 26 जुलाई रखी गयी है, जिसमें सभी कंपनियों को बोली में हिस्सा लेने हेतु आमंत्रित भी किया गया है। स्पैक्ट्रम की नीलामी 20 वर्षो के लिए 317 करोड़ रूपये प्रति मेगाहर्ट्ज की कीमत रखी गयी है। टेलीकॉम रेगूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया अर्थात्  TRAI  ने 2018 में जिस आधार कीमत की सिफारिश की थी, उस आधार कीमत से लगभग 36 प्रतिशत कम है। अब देखना है कि कंपनियां इस कीमत पर नीलामी में कितनी रूचि दिखाती है। 


कैसी होगी 5 जी की स्पीड  :-

                                      भारत काफी विशाल देश है, और यहां पर 5 जी सेवाओं को पूरे राज्यों में एक साथ लागू करना सरकार तथा दूरसंचार कंपनियों के लिए काफी कठिन है, शुरूआत में 5G की सेवाएं भारत के बड़े राज्यों अर्थात् मुम्बई, अहमदाबाद, नई दिल्ली, बंगलुरू, चैन्नई, चंडीगढ़ आदि बड़े शहरों में देखने को मिलेगी और इसकी स्पीड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक 1.5 जीबी की फिल्म को डाउनलोड करने में मुश्किल से 10 से 15 सेकेण्ड का टाइम लगेगा, जो कि 4जी की स्पीड से 10 गुना ज्यादा है। वर्तमान में जहां हमें एक 1.5 जीबी की मूवी को डाउनलोड करने में 1.5 से 2 मिनट का समय लग जाता है। वहीं  5 जी की स्पीड से डाउनलोड करने में कुछ ही समय लगेगा,,

है ना कमाल की स्पीड.?


कितने गीगाहर्ट्ज की बिक्री को मंजूरी प्रदान की गयी है :-

                                                                                            आपको बता दें कैबिनेट की अध्यक्षता देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा की गई, और उन्होनें 5G के स्पैक्ट्रम 600, 700, 800, 900, 1800, 2100 तथा 2300 के अलग-अलग फ्रीक्वेंसी बैंड में 72 गीगाहर्ट्ज की बिक्री को मंजूरी भी प्रदान कर दी है, जिसकी बिक्री से सरकार को अच्छा खासा रेवेन्यू मिलने की प्रबल संभावनाएं भी है।

कंपनियों को भुगतान के लिए बेहतरीन विकल्प भी उपलब्ध करवाया गया है, जिसके लिए कंपनियो को 20 वर्ष का समय मिलेगा, तथा इन 20 वर्षो में ही कंपनियों को स्पैक्ट्रम का भुगतान 20 समान EMI ( equated monthly instalment किश्तों में करने का बेहतरीन विकल्प भी मिलेगा तथा 10 वर्षो के पश्चात् कंपनियां स्पैक्ट्रम को वापस भी कर पायेगी।


गैर-मोबाइल कंपनियों को मिली मंजूरी  :-

                                                                 बड़ी-बड़ी गैर-मोबाइल कंपनियों को सरकार के द्वारा बहुत बढ़िया राहत भी दी है, उन्हें सीआरडब्ल्यूपीएन ( CRWPN ) की मंजूरी भी दे दी गई है, बड़ी कंपनियों में जैसे GOOGLE, FACEBOOK जैसी कंपनियां शामिल भी है, इन कंपनियों के द्वारा इसकी मांग भी की गयी थी, जिसको सरकार ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी, आपको बता दें कई देशों में यह सुविधा पहले से ही वहां की सरकारें बड़ी-बड़ी कंपनियों को प्रदान करती आ रही है.


5G के आने से क्या फायदें होगें?

                                                     स्पैक्ट्रम नीलामी के बाद 5G की सेवाएं आने में लगभग 6 से आठ महीने का समय तो लग ही जायेगा, क्योंकि स्पैक्ट्रम की नीलामी के पश्चात् कम्पनियां बहुत तेजी से अपने-अपने शहरों में इस सेवा को प्रारम्भ करने की दिशा में तेजी से काम करेंगी।

5G की सेवाएं लांच हो जाने से इसकी स्पीड और विशेषताओं के बारे में सभी जानना चाहते हैं कि किस तरीके से यह सेवा काम करेगी, क्योंकि इस सेवा के लांच हो जाने से कई क्षेत्रों में क्रांति आने की प्रबल संभावना है। चाहे वह अंतरिक्ष का क्षेत्र हो, या विज्ञान का क्षेत्र हो अथवा स्वास्थ्य को क्षेत्र हो। सभी क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव आयेगे।

4 जी मुकाबले 10 गुना ज्यादा स्पीड में काम होगा, और लोग तेजी से काम करने का कार्य करेगें, उत्पादक एवं सेवा प्रदाता कंपनियां अपने उत्पादों को बहुत तेजी से ग्राहकों तक पहुंचा सकेगीं, समय की बचत के साथ-साथ आर्थिक एवं वित्तीय गतिविधियों में बहुत तेजी आने की प्रबल संभावना रहेगी।

अब इंतजार है हमें उस घड़ी का जिसका हम सभी भारतीय बहुत बेसब्री से इंतजार कर भी रहे हैं, और बहुत जल्द ही हमें ये सेवाएं धरातल पर देखने को मिलने वाली हैं।


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